सीएम राइज से बदलेगी व्यवस्था,नजदीकी स्कूलों को दी जाएगी सीएम राइज स्कूलों की व्यवस्था का जिम्मा !

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मध्यप्रदेश शासन द्वारा शिक्षण की व्यवस्था को बेहतर बनाए जाने के लिए स्कूल शिक्षा शिक्षा में एक है परिवर्तन सीएम राइज स्कूल के हिसाब से अब स्कूलों के संकुल की व्यवस्था भी बदलाव किए जाने की जानकारी मिल रही है या कहें कि बदलाव की प्रक्रिया नगरी निकाय और पंचायत चुनाव के बाद शुरू हो जाएगी।

जानकारी के अनुसार सीएम राइज के नजदीकी हाईस्कूल या हायर सेकंडरी स्कूल को जिम्मेदारी देंगे, यदि कुछ नहीं हुआ तो जिम्मेदारी बीईओ को देंगे। सभी संकुलों को देने के लिए अभी समय लगेगा। आहरण वितरण एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं का संचालन संकुल स्कूल के माध्यम से होगा।

जिले में इस सत्र से 7 सीएम राइज स्कूल बालाघाट, लेड़ेझरी, वारासिवनी, लांजी बोलेगाव, किरनापुर रजेगांव, कटगी में शुरू किए जा चुके हैं। लेकिन यह सीएम राइज स्कूल किस संकुल के अंतर्गत संचालित किए जाएंगे, अभी तक तय नहीं हुआ है। जबकि नियमानुसार अब सीएम राइज स्कूलों के संकुल को बदले जाने हैं।

वहीं सीएम राइज स्कूल भी पूर्व में संकुल केंद्र रहे हैं। उनकी स्थिति भी निर्धारित नहीं की गई है। सत्र 2022-23 शुरू हो चुका है। शिक्षा विभाग ने संकुल निर्धारण के लिए गंभीरता नहीं बरती। बाद में जब सुध आई तो जिला शिक्षा अधिकारियों को संकुल केंद्र निर्धारण की जिम्मेदारी दे दी गई। अब जिला शिक्षा अधिकारी सीएम राइज स्कूलों के नजदीक के हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूलों को खंगाल रहे हैं, जिन्हे सीएम राइज स्कूलों के वेतन आहरण वितरण सहित तमाम प्रशासनिक जिम्मेदारी दी जा सके।

शिक्षा विभाग की एक मशक्कत और बढ़ चुकी है, कि जिन सीएम राइज स्कूलों में संकुल केंद्र थे उन्हे भी अब दूसरे स्कूलों में मर्ज किया जाएगा। शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार संकुल केंद्रों पर काफी जिम्मेदारियां होती हैं उनके अंतर्गत आने वाले स्कूलों की प्रशासनिक व्यवस्था से लेकर राशि आहरण वितरण की जवाबदेही उन पर होती है। सीएम राइज स्कूलों की निगरानी फिलहाल सामान्य स्कूल के अंतर्गत होगी।

अथवा विकासखंड शिक्षा अधिकारी इस जिम्मेदारी को निभाएंगे। संकुल केंद्र बदले जाएंगे। नजदीकी हाईस्कूल या हायर सेकंडरी स्कूल को जिम्मेदारी देंगे, यदि कुछ नहीं हुआ तो जिम्मेदारी बीईओ को देंगे। सभी संकुलों को देने के लिए करीब एक सप्ताह का समय लगेगा। आहरण वितरण एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं का संचालन संकुल स्कूल के माध्यम से होगा।

जिला शिक्षा अधिकारी एके उपाध्याय ने जानकारी दी कि जैसे-जैसे भोपाल स्तर से आदर्श मिल रहे हैं वैसे वैसे उनका पालन किया जा रहा है चुनाव की व्यस्त की वजह वजह से कुछ काम में देरी हो रही है। जिन्हें जल्दी पूरी तरह पटरी पर ला दिया जाएगा।

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