नगर मुख्यालय के सिवनी मार्ग स्थित सैंट्रल बैंक शाखा लालबर्रा के कैशियर पर मिरेगांव निवासी डुलीचंद कावरे ने ५ हजार रूपये की धोखाधड़ी कर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए थाने में लिखित शिकायत कर सैंट्रल बैंक के कैशियर पर कार्यवाही करने की मांग की है। वहीं थाने में खाताधारक के द्वारा कैशियर के द्वारा धोखाधड़ी एवं अभद्र व्यवहार करने की शिकायत की गई थी जिसके बाद कैशियर ने खाता धारक के खाते में ५ हजार रूपये जमा कर दिया है, जब वहां ५ हजार रूपये अधिक नही लिया है तो फिर जमा क्यों किया है जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कही न कही कैशियर की गलती है। शिकायत की जांच होने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि शिकायतकर्ता सही बोल रहा है या फिर कैशियर। आपकों बता दें कि ग्राम पंचायत मिरेगांव निवासी डुलीचंद कावरे एवं उनकी पत्नि श्रीमती राधिका कावरे का सैंट्रल बैंक शाखा लालबर्रा में खाता है और ३० अक्टूबर को दोपहर ३ से ४ बजे के बीच महिला अपने पति के खाते में ३० हजार रूपये जमा करने के लिए आई थी जिसके बाद नगद २० हजार रूपये थे और अपने खाते से १० हजार रूपये निकालकर अपने पति के खाते में ३० हजार रूपये जमा करने के लिए जमा पर्ची भरी परन्तु जमा पर्ची में महिला ने ३० हजार के स्थान पर २५ हजार रूपये गलती से लिखकर नोटों की संख्या भी लिखकर पूरे ३० हजार रूपये कैशियर को दे दिये और कैशियर ने जमा पर्ची में जितनी राशि लिखी गई थी उसे ही एन्ट्री किया और ५ हजार रूपये वापस नही किया, इस तरह कैशियर ने ५ हजार रूपये की राशि रख कर धोखाधड़ी किया है। जब महिला रूपये जमा करने के बाद अपने घर गई और रात ८ बजे अपने पति को जमा पर्ची दिखाई तो उसमें २५ हजार रूपये लिखा हुआ था, जब महिला से उनके पति ने पूछा कि ३० हजार रूपये जमा करने के लिए बोला था परन्तु २५ हजार रूपये क्यों किये तो महिला ने बताया कि मैंने कैशियर को ३० हजार रूपये दी हूं, गलती से २५ हजार रूपये लिख गया होगा, गिनती कर कैशियर ने वापस भी नही किया और मुझे लगा कि मैंने ३० हजार रूपये जमा की हूं। जिसके बाद डुलीचंद कावरे अपनी पत्नि एवं ग्रामीणों के साथ बैंक पहुंचकर शाखा प्रबंधक से मिलकर घटनाक्रम के बारे में अवगत करवाया जहां प्रबंधक ने कैशियर को भी बुलाया और जब जमा पर्ची दिखाने के लिए कहा गया तो वे टालमटोल करने लगे और जमा पर्ची में जो नोटों की संख्या लिखी गई थी उसमें भी हेर-फेर कर दिया गया था। जिस पर बैंक उपभोक्ता डुलीचंद कावरे ने कहा कि कैशियर के द्वारा ५ हजार रूपये रख लिये गये है जिस पर कैशियर आक्रोशित होकर उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए कहा कि ५ हजार रूपये खाते में डाल देता हूं इनकों भागाओं। जब उन्होने ५ हजार रूपये अधिक नही लिये है तो फिर जमा करने की बात क्यों कह रहे है जिससे बैंक उपभोक्ता डुलीचंद कावरे व ग्रामीणों को संदेह हुआ कि सैंट्रल बैंक के कैशियर ने ५ हजार रूपये रख लिया है और झूठ बोल रहा है जिसकी शिकायत उन्होने सोमवार को रात की ९ बजे थाना पहुंचकर थाना प्रभारी से की और सैंट्रल बैंक के कैशियर पर धोखाधड़ी, अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उस पर कार्यवाही करने की मांग पुलिस प्रशासन से की है। वहीं थाना में शिकायत करने के बाद सैंट्रल बैंक शाखा लालबर्रा के द्वारा डुलीचंद कावरे के खाते में जो राशि अधिक चले गई थी ५ हजार रूपये उसे उनके खाते में कैशियर के द्वारा जमा कर दिया गया है। इस तरह सैंट्रल बैंक शाखा लालबर्रा में आम उपभोक्ताओं के साथ लूट की जा रही है जबकि सैंट्रल बैंक में ग्रामीण अंचलों के उपभोक्ताओं के सबसे अधिक खाते है।
दूरभाष पर चर्चा में सैंट्रल बैंक शाखा लालबर्रा के प्रबंधक शैलेन्द्र राउत ने बताया कि मिरेगांव निवासी राधिका कावरे सोमवार को दोपहर ३ से ४ बजे अपने पति के खाते में रूपये जमा करने आई थी जिन्होने जमा पर्ची में २५ हजार रूपये लिखकर जमा की है परन्तु रात के समय महिला एवं उनका पति बैंक पहुंचकर शिकायत किये है कि ३० हजार रूपये के स्थान पर गलती से २५ हजार रूपये लिखा गया है परन्तु हमने ३० हजार रूपये कैशियर को दिये है जब कैशियर से पूछा गया तो उन्होने बताया कि जो जमा पर्ची में राशि लिखी गई है २५ हजार रूपये उतने ही रूपये महिला ने जमा करने के लिए दी थी जिससे जमा कर दिया गया है, महिला एवं उनके पति के द्वारा कैशियर पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है, फिर भी कैशियर के द्वारा अपनी मानवता दिखाते हुए अपने खाते से डुलीचंद के खाते में ५ हजार रूपये जमा कर दिया गया है एवं कैशियर पर धोखाधड़ी एवं अभद्र व्यवहार करने का जो आरोप लगाया गया है सभी आरोप निराधार एवं बेबुनियाद है।
दूरभाष पर थाना प्रभारी शिवपूजन मिश्रा ने बताया कि मिरेगांव के ग्रामीण लिखित शिकायत किये है कि सैंट्रल बैंक शाखा लालबर्रा के कैशियर ने रूपये की धोखाधड़ी एवं अभद्र व्यवहार किया है उस पर कार्यवाही करने की मांग की है, मामले की जांच कर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।