नगर से सटी ग्राम पंचायत मुरझड़ के सोनबाटोला में २२ मार्च को माता रानी की प्रतिमा की विधि विधान से स्थापना की गई। प्रात:काल से ही भक्त जनो द्वारा माता रानी को उठाया गया। वही भक्तगणों ने माता रानी के जयकारो के साथ वैदिक मंत्रोच्चार उपरांत माता रानी की प्रतिमा की स्थापना सोनबाटोला प्राथमिक शाला भवन के पास स्थित परिसर में की गई। इस दौरान पूरे ग्राम का माहौल माता रानी के धार्मिक नारो से भक्तों से गूंज उठा। जिसमे ग्राम ही नही नगर वारासिवनी के लोगों ने भी शिरकत की।
ग्रामवासियों की थी मंशा – हुकुमचंद
पद्मेश को जानकारी देेते हुये कार्यक्रम संयोजक हुकुमचंद चौधरी शिक्षक ने बताया कि इसके पहले माता रानी का एक मंदिर ग्राम पंचायत मुरझड़ में स्थित था। जिसका अस्तित्व आज भी कायम है। मगर ग्रामवासी चाहते थे कि एक मंदिर का निर्माण सोनबाटोला में हो जिसके लिये हम सभी ग्राम वासियो ने आर्थिक सहयोग देते हुये शाला परिसर से लगे हुये स्थान पर पर माता रानी की प्रतिमा की स्थापना की है। ताकि ग्राम वासियेां को शादी ब्याह व शुभ कार्य के लिये लंबा सफर तय नही करना पड़े। हमारे द्वारा आज स्थापना दिवस पर प्रात:काल माता रानी को शैया से जगाकर उनकी विधिवत पूजा अर्चना के बाद स्थापना की गई है।
आर्थिक सहयोग से बनाया गया है मंदिर – मनोज
वही पूर्व सरपंच व वर्तमान सरपंच प्रतिनिधि मनोज गौतम ने पद्मेश को बताया कि आज से चैत्र नवरात्रा पर्व प्रारंभ हुआ है। हम ग्रामवासियों के मन में कई वर्ष से यह चाहत थी की इस परिसर में सभी भगवान के मंदिर है मगर माता रानी का मंदिर नही है। ऐसे में हम सभी ग्रामवासियो ने चंदा कर इस मंदिर का निर्माण किया है। बीते दिवस ग्राम पंचायत अंर्तगत आने वाले ग्राम में माता रानी की प्रतिमा के साथ विशाल कलश शोभायात्रा निकाली गई तत्पश्चात माता रानी की आज २२ मार्च को विधि विधान से जो मंदिर का निर्माण किया गया है उस पर स्थापित किया गया है। सुबह से ही भजन कीर्तन का दौर जारी है। वही शाम को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। हमने मंदिर निर्माण में न तो किसी नेता से चंदा लिया है और ना ही समाजसेवी से जो मंदिर निर्माण हुआ है वो ग्रामीणो के सहयोग से किया गया है।










































