जिला मुख्यालय के साथ ही वारसिवनी तहसील में भी रंगों का सतरंगी त्यौहार नगर मे जोश जुनुन एवं शालीनता और सौहाद्र्र के साथ मनाया गया। नगर मे 28 मार्च को होलिका दहन कर 29 मार्च को धुरेड़ी पर्व पर लोगों ने रंग उत्सव का आनंद लिया।
वारसिवनी नगर मे लगभग आधा सैकड़ा से अधिक स्थलों पर सार्वजनिक होलिका दहन हुआ इसके अलावा लोगों ने व्यक्तिगत तौर पर घरों के आंगन मे भी होली का दहन किया।
हालांकि 28 मार्च को हुए होलिका दहन मे लोगों ने मुहूर्त पर खास ध्यान नही दिया किन्तु विधिवत परंपरागत रूप से पूजा अर्चना करने के साथ ही होलिका का दहन कर दिया गया जिसके बाद सभी ने एक-दुसरे को रंग-गुलाल लगाकर पर्व की बधाई दी।
इस पांच दिवसीय रंगों के सतरंगी रंग मे हर आयु वर्ग के लोग शामिल रहे। महिलाओं और बच्चों की टोलियों ने भी एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की शुभकामनार्एं दी।
वहीं शासन की गाइडलाइन के तहत नगर में चारों तरफ वीरानी छाई रही और आवश्यक कार्यों के लिए ही लोगों ने मोटरसाइकिल से आना-जाना किया। नगर सहित वारासिवनी थाना क्षेत्रांतर्गत किसी प्रकार की कोई घटना होली पर्व के दौरान आपसी रंजिश से जुड़ी हुई सामने नही आई।
पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चौक-चौराहों पर मुस्तैद रहा। होलिका दहन के दिन पुलिस प्रशासन द्वारा नगर में गश्त की गई ताकि असामाजिक तत्व हुड़दंग न मचा सके। नगर और आसपास के क्षेत्रों मे एसडीओपी अरविन्द श्रीवास्तव और थाना प्रभारी कैलाश सोलंकी अपने पुलिस बल के साथ हर घटनाओं और असामाजिक तत्वों पर निगाह रखे रहे एवं पुलिस की पेट्रालिंग दिन और रात से होती रही।
त्यौहार पर शांति और अमन चैन बरकरार रहे इस बात को ध्यान मे रखते हुए प्रशासनिक अमला और चिकित्सकों की टोली बकायदा त्यौहारों की खुशियों से दूर सभी की सुरक्षा मे लगी रही।
म.प्र. राज्य खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने भी अपने आवास पर होली मिलन किया। इस दौरान प्रदीप जायसवाल से मिलने के लिये लोग बड़ी संख्या मे उनके आवास पर पहुंचे और सभी को गुलाल लगाकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर खनिज अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने कहा कि यह पर्व गिले-शिकवे दूर कर भाई चारे के साथ पर्व मनाया गया और इस रंगोत्सव की तरह पूरे प्रदेशवासियों के जीवन में खुशयाली रहे ईश्वर से कामना करते है।