अपने कॉलेज को 228 करोड़ रुपये का दान देने वाले कृष्णा की कंपनी को जान लीजिए, जान लीजिए उनकी कितनी है संपत्ति

0

वह साल था 2020 का। दुनिया भर में कोरोना का कहर बरप चुका था। भारत में तो लॉकडाउन भी लग चुका था। फैक्ट्रियां बंद पड़ी थीं। देश की जीवन रेखा, भारतीय रेल की ट्रेनें बंद थीं। शहरों की गलियां और सड़के सूनी थीं। ऐसे साल 2020 के दिसंबर में IIFL Wealth Hurun India Rich List 2020 आई थी। उसमें ‘Top 10 new additions’ नाम से एक अलग सूची आई थी। इसमें दूसरे नंबर पर थे कृष्णा चिवुकुला Krishna Chivukula और उनका परिवार। इसी कृष्णा चिवुकुला ने पिछले दिनों ही अपने कॉलेज, आई

कृष्णा चिवुकुला ने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई तेलुगू माध्यम से की थी। लेकिन, तेज इतने कि उनका सेलेक्शन आईआईटी बॉम्बे (IIT, Bombay) में एडमिशन के लिए हो गया। उन्होंने साल 1968 में आईआईटी बॉम्बे से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उनहोंने एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में एम. टेक करने के लिए आईआईटी मद्रास में दाखिला ले लिया। वहीं से उन्होंने 1970 में एम. टेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी से 1980 में एमबीए भी किया। साल 2012 में उन्हें तुमकुर यूनिवर्सिटी ने डी. लिट की उपाधि से सम्मानित किया।आईटी मद्रास को 228 करोड़ रुपये की रकम दाम में दी है। आइए हम जानते हैं कि क्या करते हैं यह और उनका क्या है कारोबार।

आईआईटी मद्रास से पढ़ाई करने के बाद वह अमेरिका चले गए। वहीं उन्होंने हॉफमैन इंडस्ट्रीज में नौकरी की। वहां इतनी लगन से नौकरी की कि साल 1976 में वह वहां के चीफ इंजीनियर बन गए। बाद में हावर्ड से एमबीए करने के साल 1984 में वह Hoffman Industries के ग्रुप पेसिडेंट एवं सीईओ बन गए। साल 1990 में उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी और अमेरिका में ही अपनी पहली कंपनी Shiva Technologies Inc. की स्थापना की। इसका मुख्यालय Syracuse, New York में था। साल 1997 में Shiva Analyticals Pvt. Ltd. के नाम से बेंगलुरु में एक कंपनी स्थापित की गई।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here