जनपद पंचायत किरनापुर अंतर्गत ग्राम कोसमारा के दर्जनभर से अधिक ग्रामीणों ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक को लिखित रूप से शिकायत कर पूर्व मे ग्राम कोसमारा के ही सालिकराम पारधी पिता फत्तूलाल पारधी उम्र 55 वर्ष द्वारा उसे गांव समाज से बहिष्कृत करने एवं समाज मे शामिल करने हेतु पचास हजार रूपये की मांग किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक बालाघाट को झूठी एवं निराधार शिकायत कर ग्रामीणों को दुर्भावनावश फंसाने एवं परेशान करने की बाते कहते हुए मामले की सूक्ष्मता से जांच करवाये जाने की मांग की है।अपनी शिकायत पत्र के माध्यम से ग्रामीणों ने बताया कि हम सभी ग्राम कोसमारा के स्थायी निवासी होकर समाज के सम्मानित तथा प्रतिष्ठित व्यक्ति व कृषक है।
अनावेदक सालिकराम पिता फत्तूलाल पारधी कोसमारा निवासी है एवं उदण्ड़ प्रवृत्ति का व्यक्ति है।अनावेदक सालिकराम पारधी द्वारा आये दिन ग्रामीण लोगों के विरूद्ध उन्हें परेशान करने की दुर्भावना से ग्रस्ति एवं प्रेरित होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय बालाघाट तथा पुलिस थाना लांजी मे मिथ्य एवं झूठी शिकायतें की जाती है।आवेदकगण को प्राप्त जानकारी के अनुसार अनावेदक सालिकराम पारधरी द्वारा वर्तमान समय मे आवेदकगण तथा अन्य लोगों पर मिथ्या आरोप लगाकर इस आरोप का आवेदन दिया गया है कि उसे ग्रामीण लोगों के द्वारा समाज से बहिष्कृत कर उसे गांव से पृथक किया गया है जबकि उक्त अनावेदक सालिकराम पारधी को ना ही समाज के लोगों द्वारा और ना ही गांव के लोगो द्वारा किसी प्रकार से उसका बहिष्कार किया गया है।साथ ही अनावेदक द्वारा दी गई शिकायत मे ग्रामीण एवं सम्मानित व्यक्तियों के विरूद्ध इस आशय का मिथ्या आरोप लगाया गया है कि उसे समाज मे सम्मिलित करने हेतु पचास हजार की मांग की जा रही है जबकि ना ही किसी ग्रामीण व्यक्ति के द्वारा और ना ही आवेदकगणों के द्वारा उक्त अनावेदक सालिकराम पारधी से किसी प्रकार की सामाजिक तथा आवेदकगणों द्वारा जाने से निरूद्ध किया गया है।अनावेदक सालिकराम पारधी पूर्व से ही झूठी एवं मिथ्या शिकायत करने का आदी रहा है।इसके पूर्व भी अनावेदक सालिकराम पारधी द्वारा अन्य ग्रामीण लोगों के विरूद्ध झूठी एवं मिथ्या शिकायतें की जाती रही है जिसकी जांच पुलिस थाना लांजी के द्वारा की जा चुकी है तथा उक्त जांच मे अनावेदक सालिकराम पारधी द्वारा की गई शिकायते झूठी एवं मिथ्या पाई गई है।
अनावेदक द्वारा उक्त झूठी एवं मिथ्या शिकायत किए जाने के कारण आवेदकगण को अत्यधिक अपमानित होना पड़ रहा है तथा उन्हें परेशान करने की दुर्भावना से आये दिन झूठे एवं मनगढ़त आरोप लगाकर मीडिय़ा मे आवेदकगण के विरूद्ध दुष्प्रचार कर उन्हें अपमानित किया जा रहा है जबकि किसी भी ग्रामीण के द्वारा ना ही अनावेदक सालिकराम पारधी से कभी किसी प्रकार का कोई दुव्र्यवहार किया गया है और ना ही उसके साथ किसी प्रकार का गांव मे भेदभाव किया जाता रहा है।स्वयं अनावेदक सालिकराम पारधी ही मनगढ़ंत आधारों पर आये दिन गांव के लोगों को परेशान करने के आशय से झूठी शिकायतें करते रहता है।इन मिथ्या एवं झूठी शिकायतों की उचित जांच कर सालिकराम पारधी के विरूद्ध उचित दण्ड़ात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग राजेन्द्र पिता चुन्नीलाल बिसेन, राहुल बिसेन, पुरनलाल पिता तुलसीराम तुरकर, छोटेलाल पिता तिलकचंद फुंडे, भरतलाल पिता बाबूलाल पारधी, भैमेश्वर पिता तेजलाल ऐडे, गणेशलाल पिता जगतराम बिसेन, रमेश पिता गणेशलाल बिसेन, चुन्नीलाल पिता तुलसीराम तुरकर, रामेश्वर उरकुडे, मानिकचंद,दिनेश बिसेन, डालेन्द्र ऐडे, शंकर, नुपेन्द्र बिसेन, अनिल चौधरी, संतोष कटरे, लालचंद ऐडे, कमलकिशोर तुरकर, हिरदेलाल राहंगडाले, श्रीराम चौहान, लालचंद भगत, बालचंद भगत, नीलचंद भगत, दीपक पटले, रंगलाल फुन्डे, छबीलाल ऐडे, संतोष धनौले सहित अन्य ने की है।