चाय की दुकान पर सिगरेट के कश उड़ाते हुए अक्सर युवकों काे देख जा सकता है। लेकिन इमलीपुरा क्षेत्र की एक चाय की दुकान ऐसी भी है जहां नशे के कश लगाए जाते थे। सिगरेट में गांजा भरकर युवकों को नशा करवाया जाता था। साथ ही नशीली दवा एल्प्रजोलम टेबलेट भी युवकाें को परोसी जाती थी। नगर पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को इमलीपुरा क्षेत्र की दुकान का पर्दाफाश किया है। जहां पर युवकों को गांजा और नशीली दवा बेची जा रही थी। चाय की दुकान में यहां नशे का कारोबार किया जा रहा था। दुकान संचालक महफुज आैर सलमानको गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों से एक किलो 150 ग्राम गांजा और 145 एल्प्रजोलम टेबलेट जब्त की गई।
इमलीपुरा क्षेत्र में कुछ समय से मारपीट और चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ गई थी। आरोपितों द्वारा पकड़े जाने पर गांजा और नशीली दवा का सेवन करने की बात अक्सर सामने आ रही थी। इसके बाद से पुलिस इस क्षेत्र में नशे का कारोबार करने वालों तक पहुंचने में लग गई थी। इमलीपुरा क्षेत्र में पुलिस ने अपने मुखबिर लगा दिए थे।
इस बीच गुरुवार को रात में मुखबिर ने सुचना दी की इमलीपुरा में पापा टी-स्टाल पर चाय के साथ नशे का अवैध कारोबार किया जा रहा है। इस सूचना पर नगर पुलिस अधीक्षक ललित गठरे ने मोघट थाना प्रभारी ईश्वर सिंह चौहान और उनके साथ मोघट थाने के स्टाप को कार्रवाई के लिए भेजा।
मोघट थाना प्रभारी चौहान ने अपनी टीम के साथ पापा टीस्टाल पर छापा मारा। यहां से टी स्टाल संचालक महफुज पुत्र अमीनउर्ररहमान को पकड़ा गया। दुकान में सर्चिंग करने पर एक किलो 150 ग्राम अवैध गांजा मिला। साथ ही प्रतिबंधित नशीली दवा की 145 टेबलेट भी मिली। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया।
नगर पुलिस अधीक्षक गठरे ने बताया कि महफुज ने पूछताछ में सलमान पुत्र शेख गम्मू निवासी घासपुरा बांग्लादेश के द्वारा नशीली दवा बेचे जाने की बात बताई। इसके बाद सलमान को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपितों से पुछताछ की जा रही है। आरोपितों पर एनडीपीसी एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।