लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। नगर मुख्यालय से लगभग ७ किमी. दूर ग्राम सिहोरा पुल के समीप से गुजरे पोंडी से रमपुरी पहुंच मार्ग किनारे से गुजरे नाले में सडक़ किनारे रिटर्निंगवाल का निर्माण नही होने के कारण गत दिवस से हो रही बारिश के चलते नाले में बाढ़ आने से सडक़ के समीप से मिट्टी का कटाव तेज गति से हो रहा है और यह कटाव सडक़ के आधे हिस्से तक पहुंच चुका है और किसी भी समय सडक़ उक्त स्थान से ढह सकता है जिससे कभी भी यह मार्ग बंद हो सकता है। वहीं प्रशासन के द्वारा चेतावनी बोर्ड लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि सडक़ क्षतिग्रस्त है चौपहिया एवं अन्य वाहनों से आवागमन न करें। लेकिन इस मार्ग पर बेरिगेट नही होने के कारण बड़े वाहन भी इस खतरनाक मिट्टी के कटाव वाले मार्ग से गुजर रहे हैं जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। साथ ही यह यह समस्या विगत कई दिनों से बनी हुई है परंतु प्रशासन के द्वारा अब तक किसी तरह का कोई भी मरम्मत कार्य नहीं करवाया गया है जिससे लोगों को आवागमन करने में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही क्षतिग्रस्त मार्ग से गुजरते समय अगर कोई अनियंत्रित होते है तो नाले की ओर करीब ३० से ३५ फीट नीचे गिर सकते है जिससे बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता है। जबकि सडक़ किनारे की मिट्टी का धीरे-धीरे कटाव होनेे एवं मिट्टी कटाव को रोकने के संबंध में करीब दो माह पूर्व बालाघाट एक्सप्रेस अखबार में समाचार प्रकाशन कर प्रशासन को जगाने का प्रयास किया गया था, लेकिन शासन-प्रशासन के लोग नही जागे। यू कहे कि प्रशासन के द्वारा खबर प्रशासन के बाद भी इस विषय को गंभीरता से ना लेते हुए लापरवाही बरती गई है। प्रशासन के द्वारा समय रहते मिट्टी कटाव वाले स्थान का मरम्मत कार्य करवा दिया जाता तो वर्तमान में यह सडक़ क्षतिग्रस्त नही होती लेकिन प्रशासन की उदासीनता के चलते पोंडी से रमपुरी मार्ग किसी भी समय धसक सकता है जिससे इस मार्ग से आवागमन पूरी तरह से बंद हो जायेगा। साथ ही क्षतिग्रस्त मार्ग बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे रहा है जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी होगी। सडक़ का आधा हिस्सा कट जाने के बाद भी अब तक किसी भी से प्रकार से नाले के समीप सडक़ की मिट्टी कटाव को रोकने के लिए कोई कार्य नही किया जा रहा है जिससे ग्रामीणजन एवं राहगीरों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
विद्युत पोल हुआ क्षतिग्रस्त
सडक़ के किनारे बिजली के पोल लगे हुए है जिसके माध्यम से गांव में बिजली की आपूर्ति हो पा रही है परंतु नाले में तेज बारिश से हुए मिट्टी की कटाव के चलते बिजली के पोल लगे हुए है जो मिट्टी कटाव होने से क्षतिग्रस्त हो चुका है एवं हवा में उड़ रहे है और बिजली सप्लाई पूरी तरह से चालू है। ऐसी स्थिति में यदि विद्युत पोल में लगे तार टूटकर पानी के संपर्क में आते है तो बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। ग्रामीणजन एवं राहगीरों ने विद्युत विभाग से क्षतिग्रस्त विद्युत पोल को सुव्यवस्थित करने की मांग की है
मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को करनी पड़ेगी अधिक दूरी तय
आपकों बता दें कि लालबर्रा से सिवनी मार्ग स्थित ग्राम पंचायत सिहोरा एवं नेवरगांव ला. के ग्राम पोंडी के बीच से गुजरी नाले के ऊपर
पुल का निर्माण किया गया है। जिसके समीप नाले किनारे से पोंडी से रमपुरी जाने के लिए सडक़ विभाग के द्वारा डामरीकरण सडक़ का निर्माण विगत वर्ष पूर्व किया गया है। जिससे रमपुरी, घटोलगांव सहित अन्य ग्रामों के ग्रामीणजन आना-जाना करते है। साथ ही यह मार्ग ग्रामीणजनों को शहर से जोड़ता है। लेकिन सडक़ किनारे नाले की मिट्टी का कटाव को रोकने के लिए रिटर्निंगवाल का निर्माण नही किया गया है। वहीं गत दिवस से हो रही तेज बारिश के कारण नाले में बाढ़ आने पर पानी के तेज बहाव में सडक़ के नीचे की मिट्टी धसक चुकी है और सडक़ क्षतिग्रस्त हो चुका है एवं किसी भी समय सडक़ ढह जाने से आवागमन बंद हो जायेगा। जिससे आने-जाने वालों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ेगा एवं गांव तक एम्बुलेंस तक नही पहुंच पायेेगी, बच्चें स्कूल नही पहुंच पायेगें। जबकि इस मार्ग से आवागमन करने में कम दुरी तय करना पड़ता है, लेकिन मार्ग बंद होने से ६ से ७ किमी. की अधिक दुरी तय कर लालबर्रा मुख्यालय ग्रामीणजन व पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को करना पडेगा।
प्रशासन बना धृष्ट राज
रमपुरी से सिहोरा पहुंच मार्ग पर बना पुल दो वर्ष पूर्व क्षतिग्रस्त हो चुका है जिसका अब तक किसी तरह का कोई भी मरम्मत कार्य नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से लोग पोड़ी से रामपुरी पहुंच मार्ग का उपयोग आवागमन में करते है और इस मार्ग से ग्रामीणजन कम समय में लालबर्रा मुख्यालय पहुंच जाते है। लेकिन यह मार्ग की मिट्टी कटाव होने से यह सडक़ जानलेवा बन चुकी है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है और यह मार्ग पूरी तरह से बंद हो सकता है। जबकि इस संबंध में गत माह पूर्व बालाघाट एक्सप्रेस अखबार में समाचार प्रकाशन कर प्रशासन को चेताया गया था उसके बाद भी प्रशासन धृष्ट राज बना रहा और खबर प्रशासन के बाद भी तत्काल किसी तरह का कोई भी मरम्मत या सुधार कार्य नहीं किया गया। यही कारण है कि वर्तमान में यह स्थिति निर्मित हुई है जिसका खामिया ग्रामीणजन व राहगीरों को भुगतना पड़ेगा।