सबलगढ़ क्षेत्र के जवाहरगढ़ बीट में खेतों पर रविवार की शाम को एक वयस्क मादा तेंदुआ का शव मिला। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शव को जब्त कर सबलगढ़ लाकर पीएम कराया। जिसकी जांच की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि तेंदुआ के शव सुरक्षित था, किसी भी तरह से निशान नहीं दिखाई दे रहे थे। हालांकि इसके शिकार से भी स्पष्ट मना नहीं कर रहे है। इसकी पुष्टि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। पीएम के बाद तेंदुआ का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक वन विभाग की जवाहरगढ़ बीट 2 के गश्ती दल को खेतों के पास एक तेंदुआ के मृत होने का पता चला। तेंदुआ का शव खेतों पर पास पड़ा हुआ था। मौके पर पहुंची रेंजर सुमन खरे ने तेंदुआ के शव को जब्त किया। मृत मादा तेंदुआ थी, जिसकी उम्र लगभग 5 साल बताई जा रही है। पूरी तरह से वयस्क इस तेंदुआ की मौत का पता नहीं लग पा रहा था। पूरा शरीर सुरक्षित था और किसी तरह के निशान नहीं मिले। पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाकर इसकी जांच कराई गई। इसके बाद सबलगढ़ पीएम करवाया गया। इसके बाद सोमवार को इसका शव छोलेश्वर रोपणी पर लाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। तेंदुआ की मौत के सही कारणों का पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। डीएफओ अमित निकम ने बताया कि शव को कोई निशान नहीं है, फिर भी इसके हर पहलू की जांच कराएंगे। किसी न जहर या करंट लगाकर तो इसकी जान नहीं ली।
अब 4 तेंदुआ रह गए जिले में:
मुरैना जिले में तेंदुआ की संख्या कुल 5 है, जिनमें से एक मादा की रविवार को मौत हो गई। जिसकी वजह से अब यहां महज 4 तेंदुआ ही रह गए हैं। यहा बता दें कि दो तेंदुआ चंबल किनारे इलाके में विचरण करते है, इसके अलावा तीन तेंदुआ मुरैना व श्योपुर क्षेत्र में विचरण करते हैं। इन्हीं तीन में से एक मादा की मौत हुई हैं जिसके बाद श्योपुर व मुरैना के बीच जंगल में दो की संख्या में यह तेंदुआ बचे हैं।