चंदन नदी पुल बन रहा एक्सीडेंट पॉइंट

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नगर के रामपायली मार्ग स्थित चंदन नदी पर बने उच्च स्तरीय पुल के आसपास का क्षेत्र लगातार हो रहे हादसों से एक्सीडेंटल पॉइंट बनता जा रहा है। जिसके कारण राहगीर वह अन्य लोगों को दुर्घटनाओं में चोटिल होकर हर असमय काल के गाल में सामने एवं चोटिल होने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है तो वहीं आर्थिक हानि भी वहन करनी पड़ रही है जिससे राहगीर काफी परेशान है। तो वही रोजाना आवागमन करने वाले लोग संभाल कर अनचाहे डर के साथ इस मार्ग के उक्त स्थान से आवागमन कर रहे हैं जिन्हें दुर्घटना की संभावना के साथ मार्ग पर चलना पड़ रहा है। ऐसे में उनके द्वारा उक्त पुल के ऊपर प्रकाश व्यवस्था करने एवं पुल प्रारंभ का साइन बोर्ड या रेडियम पट्टी लगाने की मांग की जा रही है जिससे कि आवागमन कर रहे लोगों को पुल की जानकारी हो सके तो वही रास्ते पर पैदल या साइकिल से चल रहे लोग प्रकाश में देखे जा सके।

इस प्रकार है मौके पर व्यवस्था

नगर मुख्यालय वारासिवनी एवं ग्राम पंचायत मेहंदीवाड़ा के मध्य बहने वाली चंदन नदी पर उच्च स्तरीय पुल बना हुआ है जो नगर मुख्यालय को सीधे महाराष्ट्र के लिए जोड़ता है। यह पुल बहुत पुराना है जो ऊंचाई पर बना होने के कारण उसके दोनों तरफ चढ़ाव और उतार है जिस कारण वहाँ से कोई भी वाहन दुगनी गति के साथ नीचे उतरता है। जिसमें वारासिवनी की तरफ करीब 90 डिग्री की गोली है जिससे सामने का वाहन समझ नहीं आता है। तो वही उक्त पुल पर किसी प्रकार की प्रकाश व्यवस्था ना ही नगर पालिका व ग्राम पंचायत या किसी विभाग के द्वारा की गई है जिस कारण से वहां पर रात्रि में अंधकार छाया हुआ रहता है। ऐसे में बड़े वाहन की तेज रोशनी छोटे वाहन पर प्रभावी होती है जिससे मार्ग स्पष्ट न होने से दुर्घटना घटित हो जाती है तो वहीं पैदल या साइकिल से चल रहा व्यक्ति भी कभी नहीं दिख पता है जिससे भी हादसे होते हैं। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना कर वारासिवनी मार्ग से मेहंदीवाड़ा चौक तक दिक्कत बनी रहती है। जहां पर लगातार छोटे बड़े हदसे होते रहते हैं वहीं इसमें पुल के दोनों तरफ पुल प्रारंभ का साइन बोर्ड या पूल के पहले चढ़ाव के दोनों साइड लगे स्टील की रेलिंग में रेडियम पट्टी नहीं लगी हुई है इससे भी अंधेरे में पुल की चौड़ाई स्पष्ट नहीं हो पाती है।

मध्य प्रदेश महाराष्ट्र को जोड़ता है यह मार्ग

वारासिवनी रामपायली मार्ग सीधा महाराष्ट्र को मध्य प्रदेश से जोड़ता है वारासिवनी से 35 किलोमीटर की दूरी पर मध्य प्रदेश सीमा समाप्त होकर महाराष्ट्र सीमा प्रारंभ होती है। तो वही यह मार्ग नागपुर महाराष्ट्र के लिए समीप का मार्ग है जिस कारण से इस मार्ग का उपयोग हजारों लोग रोजाना आवागमन के लिए करते हैं। इस पर बड़े-बड़े ट्रक रोजाना इस मार्ग का उपयोग सामग्री लाने और ले जाने के लिए करते हैं इस मार्ग पर यह एक मात्र बड़ा पुल है जिसके बाद सीधे मध्य प्रदेश महाराष्ट्र बॉर्डर के बीच बहने वाली बावनथड़ी नदी पर पुल पड़ता है। ऐसे में यह इकलौता उच्च स्तरीय फूल है जो बालाघाट को महाराष्ट्र से सीधा जोड़ने में काफी मदद करता है।

राहगीर मुकेश सम्मनपूरे ने बताया कि यह हाईवे मुख्य मार्ग है जिस पर यातायात और ट्रैफिक बहुत ज्यादा बना रहता है प्रत्येक वाहन यहां पर तेज गति से चलता रहता है। वारासिवनी की तरफ गोलाई भी बनी हुई है जिस कारण से एक्सीडेंट बहुत ज्यादा संख्या में होते हैं क्योंकि पुल के ऊपर पूरा अंधेरा रहता है ऐसे में साइकिल वालों को भी मोटरसाइकिल टक्कर मार देती है। तो वही मेहंदीवाड़ा के तरफ का ढलान चढ़ाव स्पष्ट देखा जा सकता है किंतु वारासिवनी के तरफ की गोलाई के कारण वाहन नहीं दिखता है इसमें अचानक कोई भी गाड़ी आती है जिसका लाइट फोकस सामने वाले वाहन पर पढ़ने से रोड स्पष्ट नहीं देख पाती है जिससे एक्सीडेंट होता है। बहुत तेज फोर्स के साथ प्रकाश चेहरे पर पड़ता है इस दौरान देखे तो पुल पर कोई प्रकाश व्यवस्था नहीं है जिससे लाइट का फोर्स कम हो और रोड दिखे ऐसे में यदि प्रकाश व्यवस्था कर दी जाती है तो अच्छा होगा।

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