जनपद में रोजगार मेले का हुआ आयोजन

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जनपद पंचायत वारासिवनी के सभाकक्ष में 30 अगस्त को जिला प्रशासन एवं मध्य प्रदेश दे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वाधान में रोजगार मेले का आयोजन किया गया। यह आयोजन मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर प्रारंभ किया गया। जिसमें प्रतिवर्ष की तरह इस बार बेरोजगार युवाओं की भीड़ बहुत कम देखने को मिली। जहां पर युवा अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कर पाए जिसका कारण प्रचार प्रसार और बारिश को बताया जा रहा है। इस प्रकार के आयोजन केवल औपचारिकता बनकर रह गए हैं जबकि क्षेत्र में कई शिक्षित बेरोजगार है जिन्हें रोजगार की तलाश है। परंतु सूचना के अभाव में उन्हें रोजगार प्राप्त करने में काफी समस्या हो रही है। इसमें 130 लोगों के द्वारा रोजगार मेले में उपस्थित होकर अपना पंजीयन करवाया गया जो शिक्षित बेरोजगारों की संख्या के आगे बहुत कम है।

15 कंपनियों ने लिया मेले में भाग

रोजगार मेले में प्रदेश ही नहीं भारत की करीब 15 कंपनियों के द्वारा शिक्षित बेरोजगारों की तलाश में शासन के रोजगार मेले में उपस्थिति दर्ज कराकर स्वयं की आवश्यकता अनुसार युवाओं का चयन कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना था। परंतु क्षेत्र में प्रचार प्रसार एवं जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण यह रोजगार मेला केवल औपचारिकता बनकर रह गया जहां पर महज कुछ लोग ही उपस्थित हो पाये। उसमे कुछ मित्रों से या ग्रामीणों से सूचना मिलने पर जनपद कार्यालय पहुंचे। इस दौरान देखने में आया कि यह रोजगार मेला जनपद परिसर की जगह सभा कक्ष में आयोजित किया गया जिस कारण जानकारी का बड़ा अभाव बना रहा।

कार्यक्रम में 80 लोगों को मिला रोजगार

जनपद पंचायत या ग्राम पंचायत या जिला प्रशासन के द्वारा रोजगार मेले को लेकर प्रचार प्रसार सीमित स्तर पर किया गया। जिसका परिणाम देखने के लिए मिला कि सूचना एवं जानकारी के अभाव में महज 130 शिक्षित बेरोजगार युवाओं के द्वारा रोजगार मेले में उपस्थिति दर्ज करा कर अपना पंजीयन कराया गया। जिसमें युवाओं को रोजगार देने के लिए पहुंची 15 कंपनियां के माध्यम से 130 लोगों में से 80 लोगों को ही विभिन्न कंपनियों ने कार्य के लिए चयन किया। बाकी युवाओं को निराश होकर लौटना पड़ा तो वही एक बड़ा युवा वर्ग इस मेले से इस बार वंचित नजर आया।

जिला प्रबंधक दिलीप सिंह ने बताया कि रोजगार मेले का आयोजन किया गया है इसके पहले तीन जगह हुआ था कटंगी में बारिश के कारण लोग काम पहुंचे थे। वारासिवनी मुख्य कार्यपालन अधिकारी को हमारे द्वारा पत्र भी लिखा गया था गांव में मुनादी भी करवायी गई थी और इसके प्रचार प्रसार के लिए ग्रामीण स्तर पर भी प्रयास किया गया था। युवा अभी भी आ रहे हैं बारिश होने के कारण दूर दराज के युवा नहीं आए हैं। इस दौरान 16 कंपनियां आई हुई है हर किसी की अलग-अलग जरूरत है स्थानीय स्तर पर एलआईसी भी आई है महाराष्ट्र गुजरात की भी कंपनियां आई है। जैसे गुजरात की कंपनी को 200 युवाओं की महाराष्ट्र को 500 युवाओं की नागपुर की कंपनी को 5000 लोगों की जरूरत है। ऐसे में युवाओं के द्वारा पहुंचकर अपना परिचय दिया जा रहा है इस दौरान 130 युवाओं के द्वारा पहुंचकर पंजीयन कराया गया जिसमें 80 युवाओं का चयन कंपनियों में रोजगार के लिए हुआ है।

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