बीमार पुलिस जवानों से थाना प्रभारी रोजाना सुबह-शाम फोन पर बात कर उनकी सेहत का पता लगाएंगे। किसी भी तरह की समस्या होने पर अस्पताल में भर्ती कर उनके उपचार की व्यवस्था करेंगे। डेंगू से आरक्षक की मौत के बाद बीमारी से मौत की घटनाओं को रोकने के लिए यह व्यवस्था पुलिस विभाग में लागू कर दी गई है। पुलिस अस्पताल में संसाधन जुटाए गए हैं ताकि डेंगू, मलेरिया, टाईफाईड, चिकनगुनिया की जांच के लिए जवानों को भटकना न पड़े। इतना ही नहीं गणना के दौरान थाना प्रभारी जवानों से बातचीत कर उनकी व उनके स्वजन की सेहत की जानकारी लेंगे। यदि कोई बीमार है तो संपूर्ण ब्यौरा रजिस्टर में दर्ज करते हुए डेंगू केयर सेंटर द्वारा निगरानी की जाएगी।
दरअसल, डेंगू से पुलिस आरक्षक की मौत को पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने गंभीरता से लिया है। कोविड की तर्ज पर डेंगू केयर सेंटर शुरू करने के साथ उनके निर्देश पर पुलिस का हेल्थ सिस्टम तैयार किया जा रहा है, ताकि जवानों अथवा उनके परिवार के सदस्य को समय रहते उपचार मिल सके।