दशको से नक्सली समस्या से जूझ रहे बालाघाट जिले में आज भी नक्सली एक बड़ी समस्या है, हालांकि बीते कुछ सालो में नक्सलियो के खिलाफ की गई प्रभावी कार्यवाही ने नक्सलियों को बैकफुट पर ला दिया है, बीते वर्ष में जिले ने नक्सली उन्मूलन में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। एक ही साल में 6 बड़े हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया था। जिसमें तीन हार्डकोर नक्सलियों को जान दांव पर लगाकर मार गिराने में वीरता का परिचय देने वाले बैहर के तत्कालिक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा, हॉकफोर्स निरीक्षक रामपदम शर्मा, एएसआई आशीष शर्मा और आरक्षक रामेश विश्वकर्मा को आज भोपाल में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। जो जिले के पुलिस विभाग के लिए खुशी का पल होगा। वर्तमान में बैहर के तत्कालिक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा, वर्तमान में इंदौर जोन-01 में डीसीपी के रूप में पदस्थ है। जबकि तीनो ही हॉकफोर्स के जवान बालाघाट में ही कार्यरत है।
गौरतलब हो कि 20 फरवरी 2022 को थाना बहेला अंतर्गत खराड़ी के जंगल में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी संगठन के सशस्त्र वर्दीधारी नक्सलियो के डेरा होने की सूचना पर बालाघाट पुलिस एवं हॉकफोर्स स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा के नेतृत्व में अलसुबह खराड़ी के जंगल में क्षेत्र में घेराबंदी कर उन्हें आत्मसपर्मण करने कहा गया, लेकिन नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में पुलिस टीम ने दर्रेकसा दलम डीव्हीसीएम कमांडर इन चीफ का सक्रिय नक्सली 38 वर्षीय नागेश उर्फ राजू तुलावी, एरिया कमेटी मेंबर 23 वर्षीय मनोज और महिला नक्सली रामे को मार गिराया था। जिनके पास से पुलिस टीम ने एके-47 रायफल, एसएलआर रायफल और स्टेट गन सहित अन्य सामग्री बरामद की थी। यह तीनो ही बड़े नक्सली मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जोन में फैले नक्सली नेटवर्क के बड़े कैडर थे। जिन पर तीनो राज्यो में 79 गंभीर अपराध सहित 57 लाख का ईनाम था। जिन्हें अदम्य साहस और वीरता का परिचय दते हुए मुठभेड़ में मार गिराने पर जिले के 4 पुलिसकर्मियों को सरकार आज वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने जा रही है।