जिले में पिछले वर्ष मलेरिया के प्रकरण काफी कम होने के साथ यह संभावना जताई जा रही थी कि जिले में मलेरिया अन्य रोगों की तरह खत्म होने की कगार पर है लेकिन 2020 में कोविड-19 के बीच मलेरिया ने भी ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी के साथ पांव पसारे हैं यदि आंकड़ों पर नजर डाले तो 2019 में मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या करीब 157 थी लेकिन वर्ष 2020 में इनकी संख्या करीब 3000 तक पहुंच चुकी है और लगातार आदिवासी क्षेत्र में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग और मलेरिया विभाग के द्वारा मलेरिया उन्मूलन के काफी कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी हालात नहीं सुधर गए हैं इस संदर्भ में जिला मलेरिया अधिकारी श्री भलावी ने कहा कि 15 जनवरी से आदिवासी बेल्टों में एक अभियान की शुरुआत की जा रही है जिससे मलेरिया से पीड़ित मरीजों की पहचान कर उनका उपचार किया जाएगा