ट्रेन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक दीपक पिता जीवनलाल बागडे 30 वर्ष ग्राम समनापुर थाना ग्रामीण निवासी है। 28 जून की रात्रि 11:00 बजे यह घटना समनापुर रेलवे लाइन पर उस समय हुई जब यह युवक घूमने के लिए अपने घर से निकला था। जिला अस्पताल पुलिस ने इस युवक का शव पोस्टमार्टम करवा कर उसके परिजनों को सोप दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दीपक बागडे दो भाई है। बड़ा भाई देवेंद्र बागडे है। जिसकी शादी हो चुकी है और एक बड़ी बहन की भी शादी हो चुकी है। दीपक बागड़े की शादी नहीं हुई थी। 28 जून रात्रि में दीपक ने परिवार के साथ खाना खाया और खाना खाने के बाद रात्रि 11:00 बजे दीपक घूमने के लिए घर से निकला था ।थोड़ी देर बाद गांव की लाइट बंद हो गई थी।दीपक के परिवार के लोग बाहर टहल रहे थे। तभी उन्होंने ट्रेन को रुकता हुए देखे। ट्रेन के रुकते ही सभी लोग मौके पर पहुंचे। ट्रेन के किनारे दीपक पड़ा हुआ था। जिसके सिर में चोट लगी थी। ट्रेन की चपेट में आने से दीपक गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसे परिवार वालों ने तुरंत ही जिला अस्पताल बालाघाट लाकर भर्ती किये। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दीपक को गोंदिया रेफर किया गया था। गोंदिया में दीपक का इलाज यूनाइटेड हॉस्पिटल में चल रहा था। 4 जुलाई को डॉक्टर ने दीपक को उसके परिवार से घर ले जाने के लिए बोले। एंबुलेंस से दीपक को उसके परिवार के लोग घर ले जा रहे थे
तभी रजेगांव के पास दीपक की मौत हो गई। जिसे जिला अस्पताल लाने पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिए। जिला अस्पताल पुलिस चौकी के प्रभारी शिवदयाल पटले, आरक्षक मुकेश मानेश्वर ने मृतक दीपक बागड़े का शव पंचनामा कार्यवाही पश्चात पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों के सुपुर्द किये और धारा 194 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत मर्ग कायम कर मर्ग डायरी अग्रिम कार्यवाही हेतु पुलिस थाना ग्रामीण भिजवा दी है।