यह पिछले दिनों की ही बात है। सरकार ने बताया था कि दालें, खास कर अरहर या तुअर और उड़द की दाल की थोक कीमतें घटी हैं। सरकार ने बताया था कि इन दालों की कीमतों में करीब चार फीसदी की कमी हुई है। इसके साथ ही उम्मीद जताई गई थी कि अब खुदरा बाजार में भी कीमतें कम होंगी। लेकिन, रिटेल बाजार में इन दालों की कीमत घटने के बजाय बढ़ गईं। इसके बाद केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने देश के टॉप रिटेलरों के साथ बैठक की है। सरकार ने इन्हें एक तरह से चेतावनी दी है कि थोक बाजार के अनुरूप ही खुदरा बाजार में भी कीमतें कम हो।
क्या हुआ है डेवलपमेंट
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने बीते दिन रिलायंस रिटेल, डी मार्ट, टाटा स्टोर्स, स्पेंसर्स, आरएसपीजी, वी मार्ट जैसे बड़े रिटेलर्स के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने रिटेलर्स को एक तरह से चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दालों की कीमतें कम नहीं हुईं तो सख्त कार्रवाई होगी।
क्यों देनी पड़ी चेतावनी
पिछले कुछ दिनों से थोक मंडियों में तुअर, चना और उड़द जैसी प्रमुख दालों की कीमतों में मामूली गिरावट आई है। लेकिन, रिटेल बाजार में यह कमी नहीं दिख रही है। उपभोक्ता मामलों के विभाग के अनुसार, पिछले एक महीने में प्रमुख मंडियों में चना, तुअर और उड़द की कीमतों में 4% तक की गिरावट आई है, लेकिन खुदरा कीमतों में समान गिरावट नहीं देखी गई है।