घर से करीब आधा किमी दूर एक महिला का प्रसव हो गया है। मोहल्ले की महिलाओं ने साड़ी की आड़कर महिला की डिलीवरी करवाई। महिला ने बेटे को जन्म दिया। एंबुलेंस आने में देर हुई तो पति ढ़ेलागाड़ी पर लैटाकर महिला को घर तक ले गया। रास्ता खराब और कीचड़ होने से एंबुलेंस के घर तक जाने की सुविधा नहीं थी। महिला को एक दिन पहले डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां डाक्टरों ने उसे डिलीवरी होने में दो दिन का समय बताया भर्ती किया था। महिला अपनी सात साल की बेटी को छोड़ने गई थी। इस दौरान प्रसव हो गया। मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि जिसकी भी लापरवाही होगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय पेपाबाई पति मुकेश चंद्रवंशी निवासी इटावा को सोमवार को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था। डाक्टर ने कहा था कि डिलीवरी में दो दिन का वक्त लगेगा। मंगलवार सुबह पेपाबाई की सात साल की बच्ची रो रही थी तो वह उसे आटो से घर छोड़ने गई थी। घर तक का रास्ता कच्चा व कीचड़युक्त होने से करीब आधा किमी दूर आटो ने उसे उतार दिया। इस दौरान उसे प्रसव पीड़ा होने लगी तो आसपास की महिला ने साड़ी की आड़कर सड़क किनारे डिलीवरी करवाई। एंबुलेंस आने में देरी हुई तो पति महिला को ढेलागाड़ी पर लेटाकर घर तक ले गया। करीब आधे घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची। फिर महिला को ढेले से एंबुलेंस लाया गया और जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। महिला और उसका बच्चा स्वस्थ्य हैं।
पेपाबाई ने बताया कि करीब आधा किमी तक पति ढेले पर ले गए। रास्ता कच्चा और कीचड़ होने से एंबुलेंस घर तक नहीं जाती है। मामले में सीएमएचओ डाक्टर एमपी शर्मा ने कहा कि जांच टीम बनाई गई है। जिसकी भी लारपरवाही होगी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। महिला की छुट्टी नहीं की गई थी वह उसकी मर्जी से गई थी।