नगर में एफसीआई मैदान के सामने स्थित मध्य प्रदेश जल संसाधन विभाग के कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी अधर नहर अनुविभाग वारासिवनी का भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त एवं जीर्णशीर्ण गया है। जहां पूरी तरफ अव्यवस्थाओं का आलम बना हुआ है जिससे किसानों सहित वहां बैठने वाले अधिकारियों को परेशानियों का सामना तो करना पड़ रहा है। पूरे परिसर में जुआरी नशेड़ी शराबी का अड्डा बना हुआ है जिससे नगर वासियों को भी परेशानी होने लगी है। ऐसे में हर किसी के द्वारा शासन से नहर विभाग का नवीन भवन बनाए जाने के साथ परिसर को बाउंड्री वॉल से सुरक्षित कर परिसर में साफ सफाई बनाए रखने की मांग की जा रही है ताकि उन्हें सुरक्षित वातावरण एवं बेहतर व्यवस्था प्राप्त हो सके। परंतु शासन की कहे या अधिकारी कर्मचारी की उदासीनता के कारण व्यवस्था एवं वातावरण में कोई सुधार दिख नहीं रहे हैं ऐसे में उक्त भवन अब खण्डर की ओर अग्रसर हो रहा है।
यह है कार्यालय की स्थिति
मध्य प्रदेश जल संसाधन विभाग का डिवीजन कार्यालय वारासिवनी में स्थित है जहां चार कमरों का कार्यालय बना हुआ है। जिसमें ऊपर सीमेंट शीट डाली गई है जो विभिन्न कारणों से क्षतिग्रस्त हो गई है जिसके माध्यम से धूप और पानी सीधे कार्यालय में आते हैं। इसके बचाव के लिए बांस की चटाई लगा दी गई है परंतु वह भी लंबे समय से बिना देखरेख के कारण जगह-जगह से फट गई है और लटकने लगी है। तो वही दीवारों पर भी दरारें आ गई है इस प्रकार की स्थिति तीन कमरों में बनी हुई है और चौथे कमरे में पंखे के साथ चटाई लटक रही है और कबाड़ के रूप में पूरा सामान पड़ा हुआ है। जहाँ दरवाजे खिड़की भी टूट गए हैं जिन्हें जोड़ तोड़ कर चलाया जा रहा है ऐसे में कार्यालय में पहुंचते ही वर्तमान स्थिति सब की आंखों के सामने होती है। जहां पर नया भवन बनाए जाने की अत्यंत आवश्यकता महसूस हो रही है।
खुले में पड़ा हैं रिकॉर्ड
वारासिवनी खैरलांजी कृषि आधारित क्षेत्र है जहां पर नहर विभाग का एक बड़ा कार्य फैला हुआ है। ऐसे में लंबे समय से विभाग के द्वारा हजारों किसानों को नहर के माध्यम से पानी उपलब्ध कराया जाता है और उस पानी का टैक्स भी वसूला जाता है। जिसका रिकॉर्ड विभाग के द्वारा तैयार किए जाते हैं जो वर्तमान में खुले में पड़े हुए हैं जिनकी पानी से खराब होने की संभावना प्रबल दिखाई दे रही है। परंतु विभाग के पास कार्यालय में सुरक्षित रिकॉर्ड रखने के लिए व्यवस्था न होने के कारण उन्हें खुले में रखा गया है तो वही लकड़ी की अलमारी में भी रिकॉर्ड का संधारण किया जा रहा है। यह एक कमरे में अलमारी और अलमारी के ऊपर खुले रूप में दर्जनों रिकॉर्ड पड़े हुए हैं जो किसी भी प्राकृतिक या अप्राकृतिक आपदा में नष्ट हो सकते हैं। जबकि यह विभाग के मूल दस्तावेज होते हैं जिनमें नक्शे व महत्वपूर्ण कागज भी हो सकते हैं जो नष्ट होने से विभाग को बड़ी क्षति कर सकते हैं जिनके संधारण की भी समस्या बनी हुई है।
बैठने की नहीं है पर्याप्त व्यवस्था
वारासिवनी खैरलांजी के करीब एक सैकड़ा से अधिक ग्रामों मैं सिंचाई व्यवस्था अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय अधर नहर अनुविभाग वारासिवनी के उक्त कार्यालय के माध्यम से की जाती है। ऐसे में समस्या होने पर बड़ी संख्या में किसान कार्यालय अधिकारी से मिलने के लिए पहुंचते हैं परंतु कई बार अधिकारी नहीं मिल पाते हैं या मिलते हैं तो इंतजार करना होता है। परंतु इस दौरान किसानों के व्यवस्थित बैठने या पानी पीने के लिए पर्याप्त व्यवस्था कार्यालय के पास नहीं है जहां पर चार कक्षा के बाद पूरा मैदान बचता है जहां पर गर्मी सर्दी बरसात के किसी भी मौसम में किसान को आवश्यकता होने पर उसे बाहर खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। जिसको लेकर किसान हमेशा परेशान नजर आते हैं और उनके द्वारा अनेकों बार अधिकारियों से नए भवन की मांग की गई है कि उन्हें भी व्यवस्था मिल सके परंतु वर्तमान तक स्थिति यथावत बनी हुई है।
परिसर में नशेड़ियों का रहता है जमावड़ा
नहर विभाग का कार्यालय के पीछे वार्ड नंबर एक बीडी कॉलोनी का एरिया पड़ता है तो वही सामने एफसीआई मैदान है ऐसे में वह इलाका सुनसान पड़ जाता है जिस कारण से वहां पर सुबह से देर रात तक बड़ी संख्या में नशेड़ियों का जमावड़ा बना रहता है। इस दौरान देखने में आता है कि कार्यालय के परिसर में सुरक्षा के रूप में बाउंड्री वॉल नहीं है तो वही घनी झाड़ियां फैली हुई है जिस कारण से सुबह से नशेड़ी वहां पड़े रहते हैं। परंतु शाम होने के बाद सुनसान इलाका और अंधेरा रहने के कारण बहुत ज्यादा संख्या में नगर सहित क्षेत्र के लोग वहां पर नशा करने के लिए जमा हो जाते हैं। जहां चारों तरफ देखा जाए तो झाड़ियां में शराब की बोतल और गंजे की खुशबू फैली हुई होती है ऐसे में अपराधों को भी बल मिलता रहता है। इसमें बताया जाता है कि कार्यालय के चपरासी के द्वारा अनेकों बार उक्त लोगों को भागने का प्रयास किया गया है परंतु वह लोग उसे ही मारने पीटने का डर दिखाकर शांत कर देते हैं।
कार्यालय में नहीं के बराबर रहते है अधिकारी
वारासिवनी अनुविभाग का यह एक बड़ा कार्यालय है जो क्षेत्र में सबसे ज्यादा आम जनता से जुड़ा हुआ है ऐसे में लाजमी है कि क्षेत्र का एक बड़ा वर्ग किसानी कार्य करता है और यह उनसे जुड़ा सिंचाई का कार्यालय है। ऐसे में समस्या होने पर बड़ी संख्या में लोगों के द्वारा अपनी समस्या का निराकरण करने के लिए अधिकारियों से संपर्क करने के लिए कार्यालय आते हैं परंतु वहां पर उन्हें अधिकारी पर्याप्त समय पर नहीं मिल पाते हैं। बिर्लाद ही ऐसा हो पता है कि क्षेत्र के किसान को अधिकारी मिले हो वरना किसी मीटिंग या जनप्रतिनिधियों के माध्यम से किसानों के द्वारा अधिकारियों से संपर्क कर मुलाकात कर अपनी पीड़ा सुनाई जाती है। क्योंकि क्षेत्र के हिसाब से पर्याप्त अधिकारी कर्मचारी कार्यालय में पदस्थ नहीं है और जो है तो वाहन ओवरलोड कार्य के कारण लगातार क्षेत्र में भ्रमण पर रहते हैं। जिसके कारण कार्यालय में चपरासी के अलावा कोई नहीं मिलता है।
राहुल गांधी विचार मंच जिला अध्यक्ष जावेद अली ने बताया कि हमारे यहां हर विभाग का भवन बना हुआ है जिसमे नहर विभाग का भवन अब खंडार बनने की कगार पर पहुंच गया है उसके परिसर में शराबियों का अड्डा बना हुआ है वहां पर यदि क्षेत्र का किसान जाता है तो उन्हें बैठने की भी व्यवस्था नहीं है और ना ही पानी पीने की कोई व्यवस्था है। ऐसे में बहुत बुरी स्थिति नहर विभाग की बनी हुई है हम चाहते हैं कि विभाग का नया भवन बनाना चाहिए ताकि लोगों को सुविधा मिल सके। जबकि इतना बड़ा कार्यालय होने के बाद वहां पर वॉशरूम की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और पूरे कार्यालय के आसपास में बाउंड्री वालों भी नहीं है। कार्यालय तो अंदर से पूरा खराब हो गया है जगह-जगह से टूट गया है ऐसे में नए भवन की सुविधा मिलना चाहिए क्योंकि वर्तमान स्थिति में हर चीज अस्त व्यस्त हो गई है।
नगरवासी विनोद मिश्रा ने बताया कि नहर विभाग का ऑफिस बहुत जल्द जीर्ण शीर्ण हालत में पहुंच गया है उसका भगवान ही मालिक है अब हम ज्यादा क्या बोले भवन के अंदर में चटाई के भरोसे बरसात और गर्मी से बचने की व्यवस्था की जा रही है। तो वही रिकॉर्ड रखने तक पर्याप्त व्यवस्था नहीं है जिससे बरसात के पानी से वह खराब हो रहा है और पूरा भवन खराब हो गया है हमें तो किसान के बैठना तो दूर अधिकारी के बैठने के लिए जगह पर्याप्त नहीं लगती है। ऐसे में शासन प्रशासन को उसे बनाना चाहिए उस जगह में देखे तो शाम होते ही नशा करने वालों की भीड़ लग जाती है ऐसे में विभाग के अधिकारियों को प्रस्ताव बनाकर प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए शासन से भवन की मांग करनी चाहिए। आप देखेंगे तो परिसर में शराबियों का अड्डा बना हुआ है और पूरे परिसर में झाड़ियां फैली हुई है साफ सफाई नहीं है।
कैलाश दुल्हानी ने बताया कि हमारे यहां अनुविभाग स्तर का सिंचाई विभाग का कार्यालय है जो एक अति महत्वपूर्ण कार्यालय है जिसके माध्यम से क्षेत्र के हजारों किसानों की सिंचाई व्यवस्था को संचालित किया जाता है उनसे जुड़ा यह विभाग है। जहां पर यदि आप अभी देखे तो बीते लंबे समय से भवन पुरा जर्जर स्थिति में पड़ा हुआ है अंदर में चटाई लगाकर रिकॉर्ड एवं स्वयं की व्यवस्था विभाग के द्वारा की जा रही है। जहां पर हजारों किसानों का रिकॉर्ड अव्यवस्थित पड़ा हुआ है जिसको कोई देखने वाला नहीं है। कार्यालय में व्यवस्थित रूप से अधिकारियों के बैठने के लिए स्थान नहीं है अब इसमें किसानों की तो बात छोड़ दें वह इतना बड़ा परिसर है जहां पर दिन भर गांजा शराब पीने वाले लोग बैठे ही दिखाई देते हैं। जो एफसीआई से लगा हुआ है ऐसे में सुनसान स्थान पड़ता है जिसको सुरक्षित करने के लिए विभाग को कार्य करना चाहिए क्योंकि यह उनकी गरिमा पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है।
इनका कहना है
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि विभाग के द्वारा किसानों को बेहतर व्यवस्था प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं पानी को भी किसानों के खेतों तक ले जाने के लिए बेहतर व्यवस्था की जा रही है और किसान की समस्याओं का निराकरण समय-समय पर किया जा रहा है। वर्तमान में हमारे द्वारा भवन की मरम्मत करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का कार्य किया जा रहा है तो वही भवन की सुरक्षा के लिए बाउंड्री वॉल निर्माण करने का प्रस्ताव तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया गया है। इसमें अधिकारियों के प्राप्त निर्देश के अनुसार कार्य किया जायेगा।