पिछले करीब पांच दिनों से लगातार जारी फुहारों का सिलसिला टूट गया है। बीते 24 घंटे में एक मिलीमीटर बारिश करने के बाद बादल सुस्ताने चले गए। सूर्यदेव भी अब नजर आने लगे हैं। शनिवार को सुबह हल्की बौछारों के बाद मौसम पूरी तरह से खुल गया। पिछले पांच दिनों से बादलों में छिपे सूर्यदेव भी पूरी ताकत से अपनी चमक बिखरते दिखे। बहरहाल भादो के सीजन में हो रही रिमझिम फुहारों से बारिश का आंकड़ा अपने कोटे की आधी बारिश के करीब पहुंच गया है। इस मानसून सीजन में अभी तक कुल 536.3 मिलीमीटर यानि 21 इंच बारिश हुई है। जबकि सीजन में औसतन 52 इंच तक बारिश होती है। इस हिसाब से कोटे की आधी बारिश अब चार इंच ही दूर है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। बारिश का नया सिस्टम भी बन रहा है। अगले 24 घंटे में जबलपुर सहित संभाग के जिलों के अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
बादल, धूप के बीच बढ़ी उसम: बहरहाल धूप-बादल के बीच शुरु हुआ खेल जारी रहा। धूप के तेवर तीखे है। जिससे वातावरण में हल्की उमस का अहसास होने लगा है। हालांकि शाम या रात में राहत भरी बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक एक और निम्न दाब क्षेत्र उत्तर-मध्य बंगाल की खाड़ी में विकसित होने की संभावना बनी हुई है। इसके असर से जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश के संकेत मिल रहे हैं। फिलहाल पिछले करीब पांच दिनों से रुक-रुक कर हुई बारिश के बाद तापमान भी गिरावट देखी जा रही थी। जो बारिश के कमजोर पड़ने के साथ बढ़ने लगा है। अधिकतम तापमान 27 से बढ़कर 29 पर पहुंच गया। जबकि न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस पर ही बना रहा।