पुजारी ही करेंगे राजराजा सरकार की पूजा, श्रद्धालुओं को नहीं मिलेगा प्रवेश

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बुंदेलखंड की अयोध्या कही जाने वाली विश्व प्रसिद्घ पर्यटन एवं भगवान श्रीरामराजा सरकार की नगरी ओरछा में आज भी प्रभु श्रीराम की पूजा एक राजा के रूप में की जाती है। वैसे तो हर वर्ष ओरछा में श्रीरामनवमीं का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। पूरे समय धार्मिक अनुष्ठान होते रहते हैं, रामनवमी पर हजारों की संख्या में श्रद्घालु मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीरामराजा सरकार के दर्शनों के लिए यहां पहुंचते है।

विगत 2 वर्षों से कोरोना महामारी के चलते किसी प्रकार का कोई धार्मिक आयोजन नहीं हो पा रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर के कपाट पूरी तरह से बंद है और मंदिर के प्रधान पुजारी के द्वारा ही केवल पूजा अर्चना की जाएगी। इसके साथ ही दूसरे दिन अलसुबह मंदिर परिसर में मंगला आरती में भी मंदिर के पुजारी मौजूद रहेंगे। यहां पर श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को लेकर बीते 31 मार्च से ही श्रीरामराजा सरकार मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। मंदिर में रोजाना ही भीड़ उमड़ रही थी और मंदिर के कर्मचारी ही पाजिटिव निकलने के बाद सरकार के दरबार में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध कर दिया। कलेक्टर निवाड़ी आशीष भार्गव ने निर्देशित करते हुए रोजाना ही मंदिर प्रांगण को सैनिटाइज करने को कहा और वहां पुलिस बल तैनात किया गया है। ताकि मंदिर के आसपास कोई न पहुंचे। इसके अलावा कोरोना कर्फ्यू लागू ही है।

रोजाना हो रही सरकार की आरती

ओरछा स्थित रानी के महल में विराजमान श्रीरामराजा सरकार की मंगला आरती वर्ष में अलसुबह दो बार ही होती है। ओरछा की रानी कुंवरगणेश भगवान श्रीराम को पुष्य नक्षत्र में अयोध्या से लेकर ओरछा आई थी और तभी से भगवान श्रीरामराजा सरकार रानी के महल में ही विराजमान है, जबकि रानी के महल से ही लगा हुआ चतुर्भुज मंदिर है इसमें भगवान श्रीरामराजा सरकार को बैठना था, लेकिन भगवान श्रीरामराजा सरकार अयोध्या से जब ओरछा के लिए पधारे थे तब उन्होंने यह शर्त रानी के समक्ष रखी थी कि जिस स्थान पर वह एक बार बैठ जाएंगे वहां से नहीं उठेंगे, और वह रनवास में ही विराजमान हो गए तभी से यहां पर उनकी पूजा अर्चना की जाती है।

सुबह और शाम आरती के समय मिलती आज भी गार्ड ऑफ ऑनर

पूरे भारत में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीरामराजा सरकार का एक मात्र मंदिर ओरछा में है, जहां आज भी सुबह और शाम के समय आरती के दौरान पुलिस के सशस्त्र जवान मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीरामराजा सरकार को गार्ड ऑफ ऑनर देते है। इसके अलावा मंदिर के अंदर और बाहर विशेष सशस्त्र पुलिस के जवान चौबीसों घंटा पहरा देते है। ओरछा में किसी मंत्री या अधिकारी को सलामी देने की प्रथा नहीं है तथा यहां भगवान श्रीरामराजा सरकार की पूजा अर्चना एक राजा के रूप में की जाती है।

दिवस ओरछा रहत है, रात अयोध्या करत निवास

आज भी मान्यता है कि भगवान श्रीरामराजा सरकार दिन के समय तो ओरछा में निवास करते है और शयन आरती के पश्चात वह अयोध्या के लिए गमन कर जाते है। संध्या समय भगवान की ओरछा में आरती के पश्चात उनके सेवक पवनपुत्र हनुमानलला सरकार ज्योति को लेकर अयोध्या के लिए रवाना हो जाते है। यह परम्परा आज भी चली आ रही है।

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