प्राथमिक शिक्षक भर्ती के उत्तीर्ण उम्मीदवारों ने शुक्रवार को कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा को भर्ती प्रक्रिया में पदाें की संख्या में बढ़ोत्तरी करने की मांग रखी।
इस संबंध में उन्होंने ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में करीब 12 वर्षाें के बाद प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रियाधीन है, लेकिन में बेहद कम और नाममात्र पदों पर भर्ती की जा रही है। जबकि पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों की संख्या लगभग एक लाख 94 हजार है। पदों में वृद्धि की मांग को लेकर प्रदेशभर के प्राथमिक शिक्षक भोपाल स्थित लोक शिक्षण संचालनालय के सामने पांच जून से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। लंबा समय गुजर जाने के बाद भी शासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया है। अब कई अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है। उन्होंने मांग रखी कि स्कूल शिक्षा विभाग एवं जनजाति कार्य विभाग में 51 हजार पदों के साथ संयुक्त काउंसलिंग की जाए। स्कूल शिक्षा विभाग के 26 जिलों में पद दिए गए बाकी 26 जिलों में पदों का रोस्टर जारी किया जाए। जनजाति कार्य विभाग में द्वितीय काउंसलिंग में प्राथमिक शिक्षक का रोस्टर लगभग 25 हजार पदों पर जारी किया जाए। फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्रों से नियुक्ति प्राप्त कर चुके उम्मीदवारों की नियुक्ति निरस्त की जाए एवं उनके स्थान पर इसकी पूर्ति के लिए दिव्यांगों की अतिरिक्त सूची जारी की जाए।
आपको बतादे की वही प्राथमिक शिक्षक भर्ती के उत्तीर्ण उम्मीदवारों द्वारा 05 जून 2023 से लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) के सामने धरना प्रदर्शन, भूख हडताल, आमरण अनशन कर चुके प्राथमिक शिक्षक भर्ती के चयनित शिक्षकों द्वारा अभी तक सरकार द्वारा मांगे न माने जाने के विरोध में 8 अगस्तष से डी.पी.आई. के सामने आंदोलन के रूप में अगस्ता क्रान्ति प्रारम्भ की जा रही है। जिसमें प्रतिदिन वार प्रदर्शन के विभिन्न तरीकों को अपना कर विरोध दर्ज कराया जायेगा। 8 अगस्तर को चयनित शिक्षकों का मुंडन कार्यक्रम 9 अगस्त को चयनित शिक्षिकों द्वारा भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन 10 अगस्तक को चयनित शिक्षिकाओं द्वारा बुट पॉलिस एवं प्रदर्शन 11 अगस्त को चाय-पकौडे बेचकर विरोध प्रदर्शन 12 अगस्तद को चयनित शिक्षकों द्वारा अर्द्ध-नग्नत प्रदर्शन 13 अगस्तव को कैण्डल मार्च 14 अगस्तय को प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 की अर्थी यात्रा 15 अगस्ते को धरना स्थ ल पर ध्वदजारोहण कार्यक्रम भोपाल में रखा गया है