लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलवाने एवं दलालों व बिचौलियों के शोषण से बचाने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष मार्केटिंग एवं सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जाती है और सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से धान खरीदी के पूर्व पंजीयन करवाया जाता है जिसके लिए किसान अपना पंजीयन करवाकर फसल को समर्थन मूल्य मेें विक्रय करते है। शासन के निर्देशानुसार लालबर्रा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के अंतर्गत आने वाली ९ सेवा सहकारी समितियों में गत २० सितंबर से समर्थन मूल्य में धान की उपज विक्रय करने के लिए पंजीयन की प्रक्रिया जारी है एवं पंजीयन की अंतिम तिथि ४ अक्टूबर है। जिसे महज ५ दिन बचा है और क्षेत्र के अधिकांश किसानों की फसल की गिरदावरी नही होने एवं खेत सिंचित से असिंचित होने जाने के कारण किसानों का पंजीयन नही हो पा रहा है और वे सेवा सहकारी समितियों एवं ऑनलाईन केन्द्रों का चक्कर लगा रहे है। वहीं जिन किसानों का उपज विक्रय करने के लिए समयावधि में पंजीयन नही हुआ तो वे समर्थन मूल्य के लाभ से वंचित हो सकते है क्योंकि फसल की गिरदावरी का कार्य पटवारियों के द्वारा किया जाता है परन्तु पटवारियों के द्वारा वर्तमान समय तक अधिकांश किसानों की फसलों की गिरदावरी नही की गई है। जिसके कारण उक्त समस्या उत्पन्न हो रही है और किसान खासा परेशान नजर आ रहे है साथ ही सिंचित खेत से असिंचित हो गये है उन्हे भी पटवारियों के द्वारा ही दुरूस्त किया जायेगा। किसानों ने शासन से पंजीयन की तिथि बढ़ाने एवं राजस्व विभाग से फसलों की गिरदावरी व जो खेत सिंचित से असिंचित हो चुके है उसमें सुधार करने की मांग की है ताकि किसान समयावधि पर पंजीयन कर अपनी धान की उपज समर्थन मूल्य में विक्रय कर समर्थन मूल्य का लाभ ले सके।
पंजीयन नही होने से समर्थन मूल्य के लाभ से वंचित हो सकते है किसान
आपकों बता दे कि शासन के द्वारा प्रतिवर्ष किसानों की धान की उपज को मार्केटिग एवं सेवा सहकारी समिति के माध्यम से समर्थन मूल्य में खरीदी करती है परन्तु उक्त उपज को विक्रय करने के लिए किसानों को पंजीयन करवाना अनिवार्य है, पंजीयन नही करवायेगें तो समर्थन मूल्य में अपनी उपज विक्रय नही कर सकते किन्तु क्षेत्र के अधिकांश किसानों के खेतों लगी फसल की गिरदावरी नही होने एवं सिंचित से असिंचित खेत होना खसरा नंबर में दिखाई देने के कारण उनका पंजीयन नही हो पा रहा है। यानि की पटवारियों के द्वारा समय पर फसलों की गिरदावरी नही की गई है जिससे किसानों का पंजीयन नहीं हो पा रहा है। वहीं पंजीयन की अंतिम तिथि ४ अक्टूबर है जिसेे महज ५ दिन बचा है और अब भी हजारों किसानों का पंजीयन नही हो पाया है। यदि पंजीयन की तिथि नहीं बढ़ाई तो पटवारियों की लापरवाही के चलते बहुत से किसान पंजीयन नहीं होने के कारण अपनी फसल को समर्थन मूल्य पर नहीं बेच पायेगें ऐसे में उनके सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो जायेगी और उन्हें मजबूरी में बिचौलियों को अपनी फसल कम दामों में बेचनी पड़ेगी इसलिए किसानों ने राजस्व विभाग से फसलों की तीव्र गति से गिरदावरी करने की मांग की है।
दूरभाष पर चर्चा में सेवा सहकारी समिति नेवरगांव ला. प्रबंधक एमपी ठाकरे ने बताया कि शासन के निर्देश पर गत दिवस से समर्थन मूल्य में धान उपज विक्रय करने के लिए किसान पंजीयन करवा रहे है परन्तु किसानों की फसलों की गिरदावरी नही होने एवं सिंचित खेत असिंचित होने के कारण किसानों को पंजीयन नही होने से परेशानी हो रही है इसलिए तहसीलदार एवं पटवारी को उक्त समस्या से अवगत करवाकर सभी किसानों की फसलों का गिरदावरी करने एवं खेत असिंचित हो गया है उसमें सुधार करने की मांग की गई है ताकि ४ अक्टूबर तक सभी किसान पंजीयन करवा सके।
तहसीलदार संजयसिंह बारस्कर से दूरभाष पर किसानों की फसलों की गिरदावरी नही होने एवं खेत सिंचित से असिंचित हो जाने से किसानों का पंजीयन नही हो पा रहा है इसलिए पटवारियों को निर्देश जारी कर जल्द गिरवारी करवाने एवं सिंचित से असिंचित हो गये खेतों के खसरा नंबर को दुरूस्त करवाने के संंबंध में चर्चा करने का प्रयास किया गया परन्तु संपर्क नही हो पाया।