भारत और फ्रांस भारतीय विमानवाहकों के लिए आवश्यक राफेल मेरीन लड़ाकू जेट के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के करीब हैं, जिसमें दोनों पक्ष अधिग्रहण के लिए अंतिम बोली लगा सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्रालय में कई दौर की वार्ता के बाद, डील के फाइनल प्राइस के प्रस्ताव में काफी कमी आई है और सौदे को 2016 की डील पर बेंचमार्क किया जाएगा, जिसमें वायु सेना के लिए 36 राफेल जेट खरीदे गए थे।
डोभाल की पेरिस यात्रा के दौरान होगी चर्चा
तीन सालों से ज्यादा समय से चल रहा अधिग्रहण इस सप्ताह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की पेरिस यात्रा के दौरान भी चर्चा की जाने की संभावना है। नौसेना लड़ाकू अधिग्रहण के साथ-साथ मुंबई में बनने वाली तीन अडिशनल कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों का ऑर्डर फ्रांस के साथ किए जा रहे दो प्रमुख रक्षा सौदे हैं।
26 फाइटर डेट खरीदेगी नौसेना
नौसेना को 26 लड़ाकू जेट की जरूरत है, जिसे वो अपने जहाजों में लगा सके। नौसेना ने बोइंग F/A 18 सुपर हॉर्नेट और राफेल एम दोनों की टेस्टिंग की है। हालांकि टेस्टिंग के बाद तकनीकी आधार पर नौसेना ने राफेल एम को अपने जहाजों के लिए चुना।
भारत और फ्रांस के बीच फाइनल डील पर चर्चा
एक साल से ज्यादा समय से, भारत और फ्रांस के बीच कांट्रेक्ट पर फाइनल डील के लिए चर्चा चल रही है। सौदे को दोनों देशों की सरकारों के मानकों और नियमों के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। ऐसा ही वायु सेना के लिए राफेल जेट के पिछले अधिग्रहण के मामले में था।