बालाघाट जिले के भीतर कोरोना संक्रमण का कहर दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। रविवार की सुबह से लेकर शाम तक बालाघाट, वारासिवनी बैहर के साथ ही छत्तीसगढ़ के दुर्ग, महाराष्ट्र के नागपुर और जबलपुर से कोविड पॉजिटिव लोगों के मौत के दुखद समाचार मिलते रहे। इस तरह 24 घंटे के भीतर जिले के 28 लोगों की मौत हो गई।
बालाघाट जिला मुख्यालय में बीते 5 दिनों की तरह रविवार को भी कोरोना से मौत का मंजर दिल दहलाने वाला दिखाई दिया। जिला अस्पताल, आईटीआई कोविड-केयर, स्टेडियम खेल परिसर कोविड केयर सेंटर से लगातार मौत की खबरें आती रही। शाम होते तक 17 मृतकों का अंतिम संस्कार जागपुर घाट में करवाया गया।
वारसिवनी तहसील मुख्यालय सहित क्षेत्र में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ती जा रही है। रविवार को वारासिवनी में दो और बुदबुदा सहित अन्य स्थान पर कुल 4 लोगों का अंतिम संस्कार कोविड गाइडलाइन के तहत किया गया।
वारासिवनी तहसील के मेढ़की गांव में लगातार पॉजिटिव मरीजों की संख्या और 5 लोगों की मौत को देखते हुए मेंढकी गाव को पूरी तरह से सील कर दिया गया।
कुछ इसी तरह की हालात बैहर क्षेत्र में भी दिखाई दिए जहां तीन लोगों की मौत कोविड से इलाज के दौरान हो गई।
बालाघाट में स्वास्थ्य सुविधाएं पर्याप्त नहीं मिलने की वजह से कुछ लोगों द्वारा अपने परिजनों को छत्तीसगढ़ राज्य के दो जबलपुर नागपुर ले जाया गया था लेकिन रविवार को वहां से भी दुखद खबरें आती रही।
दुर्ग इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं जबलपुर में एक और नागपुर में दो लोगों की मौत हो गई।