कोरोना की रफ्तार कम होने पर लगभग 17 महीने के इंतजार के बाद स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 1 सितंबर 2021 से माध्यमिक स्कूलों को खोल दिया गया। जिसमें पहले दिन परिजनों की अनुमति के साथ छठवी से लेकर आठवीं तक के छात्र कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूल पहुंचे।
स्कूल पहुचे बच्चो के चेहरे पर मास्क, हाथों में सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ जैसे परिजनों ने घर से पढ़ाकर भिजवाया था, जिसका पालन करते छात्र दिखाई दिए।
ऑनलाइन क्लास से बोर हो चुके बच्चों को जैसे अपने दोस्तों को करीब से देखने की आजादी मिल गई, कल तक मोबाइल पर दिखने वाले टीचर आज प्रत्यक्ष रूप से उन्हें ब्लैक बोर्ड पर पढ़ा रहे थे। भले ही बच्चो के जेहन में कोरोना को लेकर भय हो लेकिन मास्क से ढके चेहरे पर खुशी झलक रही थी।
जिला मुख्यालय स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय सहित अन्य स्कूलों में कम ही संख्या में सही लेकिन छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गई। लंबे अंतराल के बाद स्कूल पहुंचे छात्रों से जब हमने चर्चा की तो उन्होंने हमारे सवालों का जवाब कुछ इस तरह से दिया।
कोरोना का संक्रमण कम हुआ है कोरोना समाप्त नही हुआ इसी बात को ध्यान में रखते हुए शिक्षक छात्रों को कोरोना से बचाव के पाठ के साथ साथ ही सब्जेक्ट के विषय में जानकारी देते दिखाई दिए।