नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अंधेरे का फायदा उठा रहे लुटेरे बालाघाट से बैहर पहुंच मार्ग पर गांगुलपरा घाट से लेकर लोगूर की पहाड़ी और सघन जंगलों के बीच रात के अंधेरे में एक बार फिर कुछ संदिग्धों को लोगों को देखा गया?
21 जुलाई को शहर के भटेरा चौकी निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा कर इस बात की पुष्टि कर दी कि एक बार फिर इस रोड पर संदिग्ध लूट की घटना को अंजाम दे सकते है। इसलिए पूर्व की तरह रात के अंधेरे में गुजरते समय लोगो को बहुत अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
आपको बता दें कि बस 2019 में इस रोड पर रात के अंधेरे में लूट की वारदात का एक सिलसिला चल पड़ा था इस दौरान कई लोगों द्वारा अलग-अलग थानों में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी हालांकि पुलिस द्वारा लूट के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था उसके बाद से लेकर अब तक इस रोड पर कभी भी किसी समय की लूट की जानकारी नहीं मिली। लोग बेफिक्र होकर इस रोड पर किसी भी समय आना-जाना करने लगे।
बीते 1 महीने के दौरान लगातार जन चर्चा यही शुरू हो गई कि पर रोड पर रात के अंधेरे में कुछ संदिग्ध दिखाई देते हैं जो गाड़ी रोकने का प्रयास करते हैं। इस दौरान किसी ने पुलिस में यह कंप्लेंट दर्ज नहीं कराई कि इन संदिग्धों द्वारा उनके साथ लूट या फिर अन्य घटना करने का प्रयास किया गया हूं इसलिए मामला प्रकाश में नहीं आया।
12 जुलाई को सुबह के भटेरा चौकी निवासीन के एक व्यक्ति को इसी रोड पर कुछ लोगों ने रोका मारपीट की लूट की घटना को अंजाम दिया। उसकी रिपोर्ट 21 जुलाई को वीडियो द्वारा पुलिस में दर्ज करवाएंगे।
पुलिस के आला अधिकारी यह कहते हैं कि लगातार इस रोड पर सर्चिंग की जाती है हालांकि आपको बता दें कि यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित गतिविधियों के लिए पूर्व में बदनाम रहा है। शायद इसी का फायदा उठाकर लुटेरे पूर्व में घटना को अंजाम दे चुके हैं और वर्तमान में भी कुछ ऐसा ही करने की फिराक में दिखाई दे रहे हैं।
पूरी खबर दिखाने का उद्देश्य हमारा यही है कि आप जब भी बैहर रोड पर सफर करें तो इस बात को पुख्ता कर ले कि रात बहुत अधिक तो नहीं हो चुकी है? क्योंकि दिन के उजाले में सुहाना दिखाई देने वाला जंगल रात के अंधेरे में लूट की अपराध करने वालों के लिए एक बड़ा जरिया हो सकता है। जैसा कि पूर्व घटना में देखा गया है इसलिए सावधान रहें सतर्क रहें सुरक्षित रहें।