मंडी शुल्क चुकाए बिना धान का कर रहे थे अवैध परिवहन

0

मंडी शुल्क का भुगतान किए बगैर कृषि उपज का अवैध तौर पर परिवहन करने वाले मामले पिछ्ले कुछ दिनों से लगातार बढ़ते जा रहे थे।इन्हीं मामलों की मिल रही शिकायतो का संज्ञान लेते हुए कृषि उपज मंडीयो में तैनात अधिकारों में अब रुचि दिखाना शुरू कर दिया है। शायद यही वजह है कि अवैध रूप से कृषि उपज का लगातार परिवहन करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।इसी कड़ी में मंडी शुल्क का भुगतान किए बगैर ही धान का अवैध परिवहन कर रहे व्यापारियों पर शिकंजा कसते हुए कृषि उपज मंडी अधिकारियों ने 7 बड़ी कार्यवाही की है। पिछले 10 दिनों में की गई इस 07 बड़ी कार्यवाही में अधिकारियों ने 07 व्यापारियों से 5 गुना अधिक मंडी शुल्क के साथ 97885 रुपए का जुर्माना वसूल किया है।

रात के अंधेरे में गुपचुप तरीके से करते थे अवैध परिवहन
कृषि उपज का परिवहन करने के पूर्व मंडी शुल्क जमा करने का नियम बनाया गया है बावजूद इसके भी मंडी क्षेत्र में कुछ व्यापारी किसानों से धान की सीधी खरीदी कर बिना मंडी शुल्क चुकाये गोंदिया, आमगांव और वारासिवनी के लिए अवैध परिवहन करते हैं। बताया जा रहा है कि धान का अवैध परिवहन अक्सर रात के अंधेरे में गुपचुप तरीके से किया जाता था।जिसपर लगाम लगाते हुए विभागीय अमले ने बड़ी कार्यवाही की है।

इन व्यापारियों के खिलाफ प्रकरण बनाकर वसूला गया जुर्माना
मंडी प्रशासन की सजगता के बावजूद कुछ व्यापारी कृषि उपजों के अवैध क्रय-विक्रय एवं अवैध परिवहन से बाज नहीं आ रहे है, जिनके विरुद्ध मंडी प्रशासन ने मई महीने के शुरुआती 10 दिनों में ही सात अवैध परिवहन प्रकरण बनाकर मंडी अधिनियम की धारा 19(6) के उल्लंघन पर धारा 19(4) के तहत कार्यवाही कर शासन हित में जुर्माना वसूल किया गया। दिनांक 01 मई 2024 को बालाघाट में थोक व्यापारी लोकुमल किशनामल वाधवानी बालाघाट द्वारा वाहन MH24J8333 से 25 क्विन्टल मूंगफली दाना के अवैध परिवहन पर 19250 रूपये, दिनांक 03 मई को रजेगांव जांच चौकी पर व्यापारी माने ट्रेडर्स, किरनापुर द्वारा वाहन MH40Y3297 में 161 क्विंटल धान के अवैध परिवहन पर 24296 रुपये, दिनाँक 05 मई को लांजी में गणेश खोब्रागडे निवासी बेनेगांव और दलाल टिंकू असाटी निवासी आमगांव द्वारा वाहन MH40BL7114 में अवैध रूप से परिवहित 35 क्विन्टल धान पर 5084 रुपये, दिनांक 07 मई को व्यापारी रविशंकर भगत निवासी चिखलामाली द्वारा वाहन MP50G1783 में परिवहित 22 क्विन्टल धान पर 4881 रुपये, व्यापारी रोहित कबीरे निवासी चुरली तथा परमात्मा एक ट्रेडर्स द्वारा वाहन क्रमांक MP50G1009 में परिवहित 83 क्विन्टल धान पर 13845 रुपये तथा दिनांक 9 मई को व्यापारी राजकुमार पगरवार निवासी घनसा द्वारा वाहन CG08B1110 में परिवहित 44 क्विन्टल धान पर 8764 रुपये तथा रजेगांव जांच चौकी पर व्यापारी प्रमोद कुमार जैसवाल, मोहगांव द्वारा वाहन MH18BG3257 में 128 क्विंटल धान के अवैध परिवहन पर 21765 रुपये जुर्माना लगाकर प्रकरण को नस्तीबद्ध किया गया। इस प्रकार सात वाहनों पर कार्यवाही कर कुल 97885 रुपये दाण्डिक शुल्क वसूल कर शासन के खजाने में जमा करायी गयी।

अवैध परिवहन कर शाशन को लगा रहे थे चुना
आपको बताएं कि अक्सर ऐसा होता है कि सीधी खरीदी करने वाले व्यापारी किसानों का भुगतान समय पर नहीं करते है या बिना भुगतान किये फरार हो जाते है, जिसके कारण किसानों को आर्थिक नुकसान हो जाता है और साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाता है. जबकि मंडी के माध्यम से अपनी उपज बेचने वाले किसानों के भुगतान की जवाबदेही मंडी समिति की होती है। इसीलिए कुछ व्यापारी अवैध तौर पर पिछले कुछ दिनों से कृषि उपज का अवैध परिवहन करने में जुटे थे। ऐसा करके व्यापारी शासन को चूना लगा रहे थे। जिनकी मिल रही शिकायत पर कार्यवाही करते हुए मंडी अमले ने 10 दिनों में 7 बड़ी कार्यवाही को अंजाम देकर व्यापारियों से भारी भरकम जुर्माना वसूल किया है।

इन्होंने दिया कार्यवाही को अंजाम
बताया जा रहा है कि मंडी समिति बालाघाट के भारसाधक अधिकारी गोपाल सोनी, एस.डी.एम. बालाघाट द्वारा मंडी सचिव एवं उड़नदस्ता दल को मंडी क्षेत्र में कृषि उपजों के अवैध भंडारण, अवैध परिवहन एवं अवैध क्रय-विक्रय पर अंकुश लगाने के स्प्ष्ट निर्देश दिये गये है।के.सी. सिंहसार, एस.डी.एम. किरनापुर द्वारा सीमावर्ती जांच चौकी रजेगांव पर धान के अवैध परिवहन पर नियंत्रण हेतु कर्मचारी नियुक्त किये गये है। वही प्रदीप कौरव, एस.डी.एम. लांजी द्वारा उपमंडी लांजी क्षेत्र में धान के अवैध क्रय-विक्रय एवं अवैध परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्यवाही की जा रही है।उक्त कार्यवाहियां मंडी सचिव मनीष मडावी के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक वासुदेव बढ़ई, विनोद बंसोड़, नेलचन्द बारबुदे, मनोज पटले, आकाश ठाकुर (प्रभारी उपमंडी लांजी) और प्रकाश सोनवाने द्वारा की गई है।

मंडी अनुज्ञापत्र के माध्यम से ही करे परिवहन-मडावी
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान मंडी सचिव मनीष मडावी ने सभी व्यापारियों एवं कृषकों से कृषि उपज को ई-मंडी और एम.पी. फार्मगेट एप के माध्यम से ही क्रय-विक्रय करने की बात कहते हुए व्यापारियों को, कृषकों को पूरा भुगतान कर मंडी शुल्क चुकाकर मंडी अनुज्ञापत्र के माध्यम से ही परिवहन करने का परामर्श दिया है।उन्होंने भविष्य में अवैध कारोबारियों के विरुद्ध ऐसी कार्यवाही जारी रखने की बात भी कही है। जिन्होंने नियमों का उल्लंघन कर कृषि उपज का परिवहन ना करने की बात कहते हुए नियमो का उल्लंघन करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही किए जाने की बात कही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here