त्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश पर वर्तमान में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम से लेकर मणिपुर तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी पाकिस्तान पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिसके चलते रविवार को राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ीं। इससे वातावरण में ठंडक घुल गई। इससे गर्मी से कुछ राहत महसूस हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार को भी भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।Ads by Jagran.TV
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बादल छाने और बौछारें पड़ने से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में रविवार को अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। राजधानी में लगभग 50 किमी घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं और कहीं हल्की तो कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ीं। इंदौर, जबलपुर में भी बारिश हुई। राजधानी में अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से दो डिग्रीसे. कम रहा। साथ ही शनिवार के अधिकतम तापमान (39.9 डिग्रीसे.) की तुलना में 1.3 डिग्रीसे. कम रहा। राजधानी में शाम साढ़े पांच बजे से रात साढ़े आठ बजे तक 2 मिलीमीटर बारिश हुई।