बालाघाट जिले में मादक पदार्थ गांजा की तस्करी के चलते बहेला पुलिस ने अपने थाना क्षेत्र में मोटरसाइकिल सवार दो तस्करों को 3 किलो 878 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा के साथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तार दोनों तस्कर विमल पिता अशोक कावड़े 21 वर्ष ग्राम हट्टाऔर रौनक पिता परमेश गजभिये 29 वर्ष ग्राम सालेटेका थाना हट्टा निवासी है। जिनके पास है जप्त 3 किलो 878 किलोग्राम गंजे की कीमत 40हजार रुपये बताई गई है। गिरफ्तार दोनों तस्करों को न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।
बहेला पुलिस के मुताबिक 20 अगस्त की शाम मुखबिर जरिये सूचना मिली कि छत्तीसगढ़ राज्य से दो लोग मोटरसाइकिल में अवैध रूप से मादक पदार्थ गांजा लेकर बिक्री करने के उद्देश्य से रिसेवाड़ा की ओर आने वाले हैं। मुखबिर की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उप निरीक्षक रामकुमार रघुवंशी के नेतृत्व में पुलिस टीम के द्वारा वारी जोड़ के पास नाकेबंदी की गई थी। जिसके कुछ देर बाद मुखबिर के बताए हुलिये के बताये अनुसार एक मोटरसाइकिल में दो लोग आते दिखे। जिन्हें इशारा करके मोटरसाइकिल रोकने कहा गया। किंतु मोटरसाइकिल सवार पुलिस टीम को देखकर भागने की फिराक में थे। किंतु पुलिस टीम के द्वारा घेराबंदी कर मोटरसाइकिल सवार को पकड़े। पूछताछ करने पर मोटर साइकिल चला रहेयुवक ने अपना नाम विमल कावड़े तथा मोटरसाइकिल के पीछे बैठे युवक ने अपना नाम रौनक गजभिये बताएं। जिनके पास रखे थैले की विधिवत तलाशी लेने पर थैली में 3 किलो 878 किलोग्राम गांजा पाया गया । इस मादक
गांजे को रखने के संबंध में वैध लाइसेंस अधिकृत दस्तावेज मांगे जाने पर दोनों युवक के पास इस गांजा को अपने आधिपत्य में रखकर परिवहन करने के संबंध में कोई भी अधिकृत वैध दस्तावेज नहीं पाए गए।
दोनों युवक इस मादक पदार्थ गांजा को अवैध रूप से अपने पास रखकर बेचने की नीयत से परिवहन कर ला रहे थे। जिनके विरूद्ध धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर दोनों को इस अपराध में गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीम ने इन दोनों गांजा तस्करों के पास से 3 किलो 878 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा के अलावा इस तस्करी में प्रयुक्त मोटरसाइकिल एमपी 50 जेड सी 8085 के अलावा एक वीवो कंपनी का मोबाइल जप्त किये है। जप्त मोटरसाइकिल और मोबाइल की कीमत 90हजार रुपये बताई गई है। 21 अगस्त को बहेला पुलिस ने दोनों तस्कर को बालाघाट की विद्वान अदालत में पेश कर दिए जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।










































