रुक रुक कर दिनभर होते रही बारिश, हनुमान चौक में फिर हुआ जल भराव

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रविवार को रुक रुक कर हुई बारिश ने शहर में फिर एक बार खलल उत्पन्न किया और हनुमान चौक में पुनः जल भराव की स्थिति निर्मित हुई जबकि यह माना जा रहा था, कि इस बार हनुमान चौक में जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए प्रयास किए जाएंगे, किंतु हो रही बारिश में जल भराव से हनुमान चौक की समस्या जैसी की वैसी बनी हुई है, तो वही कुछ वार्डों में जल भराव की स्थिति निर्मित हुई तो वही शहर के कुछ चौक चौराहों में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से जल भरा हुआ दिखाई दिया

आपको बता दे की जिले में दो दिनों से मानसून मेहरबान है। एक तरफ जहां शनिवार को रात को अच्छी वर्षा हुई, तो रविवार सुबह से लगातार तेज वर्षा का दौर जारी रहा। ये वर्षा किसानों के लिए संजीवनी साबित हो रही है, तो कई लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। कई जगह जलभराव के कारण लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। दो दिन से हो रही वर्षा के बाद भी अब तक जिले में कहीं से भी बाढ़ की स्थिति निर्मित नहीं हुई है। एसडीईआरएफ के प्लाटून कमांडर श्याम सिंह धुर्वे ने बताया कि अभी स्थिति सामान्य है। हालांकि, आपात स्थिति से निपटने के लिए बचाव दल अलर्ट मोड पर है। अभी जिले के किसी भी डूब प्रभावित क्षेत्रों से आपात स्थिति की खबर नहीं आई है। टीम लगातार ऐसे स्थानों का मुआयना कर रही है। बात करें खेती-किसानी की तो, लगातार हो रही वर्षा से किसानों के चेहरे पर खुशी है। कई किसानों ने बोवाई (पराह) लगाना शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है कि बोवाई के लिए वर्षा जरूरी है। वहीं, मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि आगामी दिनों में जिलेभर में हल्की से मध्यम वर्षा का दौर इसी तरह जारी रहेगा।

फिर हनुमान चौक पर जमा हुआ पानी

हनुमान चौक पर वर्षा के दिनों में जलभराव की नासूर बन चुकी समस्या रविवार को भी देखने मिली। शनिवार रात और रविवार को दिनभर रुक-रुककर हुई हल्की से मध्यम वर्षा के कारण जलभराव के हालात बन गए। हनुमान चौक से आंबेडकर चौक और गोंदिया रोड की तरफ जाने वाले मार्ग में दुकानों के सामने पानी जमा हो गया। इससे दुकान जाने वाले ग्राहकों को परेशान होना पड़ा। आंबेडकर चौक तरफ जाने वाले मार्ग में सड़क किनारे पानी जमा होने से लोगों को जलभराव की स्थिति में अपने वाहन ले जाने पड़े। बता दें कि हनुमान चौक में जलभराव की समस्या दशकों पुरानी है, जिसे लेकर नगर पालिका परिषद बालाघाट तमाम दावे करती आई, लेकिन इस समस्या का समाधान आज तक नहीं खोज सकी है। इस चौक में जलभराव के कारण कई बार व्यापारीगण निकाय चुनाव का बहिष्कार तक कर चुके हैं, लेकिन नगर पालिका जलभराव से निपटने में पूरी तरह फेल साबित हुई है। इसके अलावा लगातार वर्षा के कारण शहर के कई वार्डक्षेत्रोंं में भी जलभराव के हालात बन गए हैं।

परसवाड़ा में सबसे अधिक, तो लांजी में सबसे कम वर्षा

भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जिले की 11 तहसीलों में कुल औसत वर्षा 201.1 मिमी वर्षा हुई है। अगर इंच में बारिश देखें तो 1 जून से लेकर अब तक लगभग 8 इंच से अधिक वर्षा हो चुकी है। तहसीलवार बारिश की स्थिति जाने तो अब तक सबसे अधिक वर्षा बैहर तहसील में 12 इंच से अधिक यानी 302 मिमी हुई है। इसके बाद परसवाड़ा तहसील में भी 11 इंच से अधिक 279 मिमी., बिरसा में 266.3 मिमी. यानी 10 इंच से अधिक, तिरोड़ी में 10 इंच से अधिक 253.9 मिमी., लालबर्रा में 246 मिमी. यानी 9 इंच से अधिक, बलाघात में 242.4 मिमी. 9 इंच से अधिक, वारासिवनी में करीब 8 इंच से अधिक 215.5 मिमी., कटंगी में 6 इंच से अधिक 150.7 मिमी., खैरलांजी में 94.4 मिमी. 3 इंच से अधिक, लांजी में 84 मिमी 3 इंच से अधिक और अब तक सबसे कम किरनापुर में 80.2 मिमी. 3 इंच से अधिक वर्षा हुई है। जिले में बीते 24 घंटो के दौरान सबसे अधिक वर्षा तिरोड़ी तहसील में 36.3 मिमी अर्थात 1 इंच से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। वहीं बैहर व लालबर्रा तहसील में 33 मिमी अर्थात 1 इंच से अधिक वर्षा हुई है। इसी तरह तहसील बालाघाट में 27.4 मिमी 1 इंच से अधिक, वारासिवनी में 13.3 मिमी, लांजी में 12.1 मिमी, कटंगी में 11.3 मिमी, खैरलांजी में 8.4 मिमी, बिरसा में 3.5 मिमी, किरनापुर में 3.4 मिमी और सबसे कम परसवाड़ा में 3.2 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई है।

सरेखा रेलवे क्रॉसिंग पर भी वाहन चालको को हो रही परेशानी

रुक-रुक कर हुई बारिश से बन रहे ओवरब्रिज में आने जाने के लिए जो सर्विस रोड निकाली गई है उससे आने-जाने वाले लोगों को समस्या हो रही है जबकि देखा जाए तो गोंदिया रोड से लेकर सरेखा तक जो सर्विस रोड आने जाने के लिए दिया गया है वह पक्का रोड नहीं बनने की वजह से वहां जो मलमा डाला गया है उसे निश्चित ही हो रही बारिश से आना-जाना करने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा जबकि देखा जाए तो यदि और अधिक बारिश होती है तो निश्चित ही यहां से आगमन करने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा जबकि देखा जाए तो यहां पक्की सर्विस रोड बनाई जानी चाहिए थी किंतु महज कच्ची रोड पर ही मलमा डालकर इसे सर्विस रोड बना दी गई है जो बरसात में अब आना-जाना करने वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है

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