इस मौके पर समस्त ग्रामीणजनों के द्वारा पूर्व से चली आ रही परंपरानुसार अपने-अपने घरों में भुजलियों की पूजा अर्चना संपन्न की गई जिसके पश्चात समस्त महिलाएं भुजलियों को लेकर पैदल चलते हुए सर्राटी नदी के तट पर पहुंची जहां विधिपूर्वक भुजलियों को विसर्जित किया गया।
विदित हो कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगातार दूसरे वर्ष भी ग्रामीण हनुमान मंदिर चौक में एकत्रित नही हुए बल्कि अलग-अलग जाकर भुजलियों को विसर्जित किया, इसके पूर्व वर्षोंमें समस्त ग्रामीणजन ग्राम के हनुमान मंदिर परिसर में एकत्रित होते थे जिसके पश्चात सामूहिक रूप से पूजन अर्चन कर बैंड-बाजे की धुन पर भुजलियों का विसर्जन किया जाता था। इस अवसर पर समस्त ग्रामीणों ने एक दूसरे को भुजलियां देकर पर्व की बधाई दी।