प्राकृतिक आपदा और सीएमवी वायरस के बाद अब केला फसल पर काले कीड़ों के कहर ने किसानों को परेशान कर दिया है। एक-दो दिन में ही हजारों की तादाद में पनपने वाले ये कीड़े केले के पत्ते से लेकर तने तक को खराब कर देते हैं। जिसके कारण न तो पौधा पनप पाता और न ही उसमें ठीक तरह से फल आ पाते हैं।
सोमवार को शाहपुर क्षेत्र के किसान राजेंद्र आमोदे, बसंता पंडित, प्रमोद लांडे, युवराज महाजन आदि ने इसकी शिकायत करते बताया कि वे इन कीड़ों को समाप्त करने के लिए ब्लीच और अन्य दवाओं का उपयोग कर चुके हैं, लेकिन कीड़े मरने का नाम नहीं ले रहे हैं। हर खेत में सौ से दो सौ पौधे इन कीड़ों का शिकार हो चुके हैं।
पहले ऐसा नहीं होता था
किसानों का कहना है कि पहले भी इस तरह के कीड़े केले के पौधों में लगते थे, लेकिन एक-दो पौधों को ही नुकसान पहुंचाते थे। इस साल बड़ी मात्रा में पौधों को नष्ट कर रहे हैं। अब तक कृषि विभाग के अफसर भी इन कीड़ों से निपटने का कोई हल नहीं खोज पाए हैं। उन्होंने बताया कि ये कीड़े पकने के लिए तैयार दस माह के पौधों पर हमला कर रहे हैं। किसानों ने कृषि विभाग से जल्द इस बीमारी का हल खोजने की मांग की है।
किसानों का कहना है कि इससे पहले अतिवर्षा और आंधी से बड़ी मात्रा में केला फसल को नुकसान हुआ था। इसके अलावा सीएमवी वायरस ने भी नुकसान पहुंचाया था। अब तक कई किसानों को नुकसानी का मुआवजा नहीं मिला है। कई किसानों को नुकसान के मुकाबले कम मुआवजा मिला है।