‘हर भोला हर हर महादेव’ के नारों से क्षेत्र को गुंजायमान करते हुए सावन मास के अंतिम सोमवार १२ अगस्त को प्रात: १० बजे नगर मुख्यालय स्थित बजरंग मंदिर से शिवभक्तों का जत्था कांवड़ लेकर लगभग ६ किमी. दूर स्थित पवित्र वैनगंगा नदी के पोटियापाट घाट के लिए रवाना हुआ। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी बजरंग मंदिर समिति द्वारा आयोजित यह कांवड़ यात्रा डीजे की धुन पर पैदल नाचते गाते व भोले बाबा के नारे लगाते ग्राम अमोली, बम्हनी होते हुए पोटियापाट घाट पहुंची जहां कांवडिय़ों ने कांवड़ में वैनगंगा नदी से जल भरा जिसके पश्चात वापस सभी कांवडिय़े बजरंग मंदिर के लिये रवाना हुए। इस दौरान जगह-जगह कांवडिय़ों का स्वागत भी किया गया एवं फल भी वितरित किये गये। शिवभक्तों के इस जत्थे में १०-१२ वर्षीय बालिका-बालकों ने भी पूरे जोश के साथ भाग लिया और पैदल पूरी यात्रा की। वैनगंगा नदी के पोटियापाट घाट से सभी कांवडिय़े कांवड़ में गंगाजल लेकर दोपहर २ बजे बजरंग मंदिर पहुंचे जहां विधि-विधान से पूजा अर्चना कर वैनगंगा नदी के पवित्र जल से भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक व पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात आरती कर प्रसादी का वितरण किया गया। चर्चा में बजरंग मंदिर समिति के संरक्षक ज्ञानचंद शर्मा ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सावन मास के अंतिम सोमवार को मंदिर प्रांगण से विशाल कांवड़ यात्रा वैनगंगा नदी पोटियापाट घाट तक निकाली गई और कांवडिय़ों के द्वारा वैनगंगा पोटियापाट से जल लाकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया गया है। साथ ही यह भी बताया कि सावन मास के पावन अवसर पर लगातार बजरंग मंदिर में अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन जारी है एवं विगत ४४ वर्षों से निरंतर बजरंग मंदिर में अखण्ड रामायण पाठ किया जाता है जिसका समापन रक्षाबंधन पर्व के दुसरे दिन २० अगस्त को हवन-पूजन व महाप्रसादी वितरण के साथ किया जायेगा।