शहीद चंद्रशेखर आजाद और बालगंगाधर तिलक की जयंती

0

जिला मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण अंचलों में शनिवार को महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद और बाल गंगाधर तिलक की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई.जहां जगह-जगह विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन कर इन दोनों महान स्वतंत्र सेनानियों के छायाचित्र और प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उनकी शहादत को याद किया गया. वहीं उनकी जीवनी का बखान कर उनकी जीवनी से प्रेरणा लेने और उनके आदर्शों को आत्मसात कर उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया. इसी कड़ी में ब्राह्मण समाज द्वारा नगर के हनुमान चौक समीप स्थित क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जय घोष किया गया. इस दौरान ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने उनके छायाचित्र और प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर उपस्थित जनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. लेकिन इस जयंती को मनाने प्रतिमा स्थल पर पहुंचे ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी उस वक्त नाराज हो गए जब उन्हें प्रतिमा में लगी टाइल्स ऊजडी दिखाई दी  और उन्हें जगह-जगह लगी रेलिंग टूटी नजर आई.जिस पर अपनी नाराजगी जताते हुए उन्होंने उखड़ी टाइल्स और टूटी रेलिंग की मरम्मत कर प्रतिमा को आकर्षक रूप से सजाने की मांग की। जयंती समारोह को लेकर की गई चर्चा के दौरान ब्राह्मण समाज  महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती  संध्या दीक्षित ने बताया कि आज चंद्रशेखर आजाद की जयंती मनाने, उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए ब्राह्मण समाज के सभी पदाधिकारी एकत्र हुए है. महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद ब्राह्मण समाज के गौरव है.आज ही के दिन 1960 में उनका जन्म हुआ था. वे महान स्वतंत्रता सेनानी थे जो क्रांतिकारी के रूप में उभरे थे.उन्होंने असहयोग आंदोलन में गांधीजी का साथ दिया था.जिस पर उन्हें सजा के तौर पर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें 10 कोड़े मारने की सजा सुनाई  थी कोड़े खाते वक्त वे सिर्फ वन्देमातरम का नारा लगा रहे थे.ऐसे महान योद्धा को हम नमन करने के लिए एकत्र हुए हैं।
आज प्रतिमा स्थल पर आकर हमे΄ दुख हुआ- अशोक दुबे
जयंती समारोह को लेकर की गई चर्चा के दौरान ब्राह्मण समाज पदाधिकारी पं. अशोक दुबे ने बताया कि चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि मनाने के लिए आज जब ब्राह्मण समाज के लोग प्रतिमा स्थल पर आए तो यहां आकर हमें बहुत दुख हुआ. यहाँ प्रतिमा स्थल की टाइल्स उखड़ गई है,रेलिंग भी जगह-जगह से टूट गई है.वीरगति को प्राप्तये ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हैं  जिनकी प्रतिमा को सजाना चाहिए था, ताकि बाहर से आने वाले लोगों को लगे कि यहां की नगर पालिका और यहां के लोग जागरूक हैं लेकिन यहां ऐसा कुछ देखने नहीं मिल रहा है.हमारी मांग है की प्रतिमा स्थल पर उजडी  टाइल्स और रैली जल्द  से जल्द मरम्मत की जाए और प्रतिमा परिसर को आकर्षक सजाया जाए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here