शासकीय शालाओं का निराशाजनक रहा परीक्षा परिणाम

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माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल के द्वारा कक्षा 10वीं 12वीं बोर्ड का 24 अप्रैल को परीक्षा परिणाम का प्रकाशन माध्यमिक शिक्षा मंडल के पोर्टल से किया गया। जिसमें वारासिवनी विकासखंड का परीक्षा परिणाम निराशाजनक रहने की बात शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा कही जा रही है। जिसमें कक्षा 12वीं में 66 प्रतिशत एवं कक्षा दसवीं में 71 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं अनुत्तीर्ण हुए हैं जिसमें शिक्षा विभाग के लिए चिंतन का विषय है। जिसको लेकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा परीक्षा परिणाम क्यों निराशाजनक रहा इसकी समीक्षा करने की बात कही जा रही है।

71 प्रतिशत रहा कक्षा दसवीं का परीक्षा परिणाम

वारासिवनी विकासखंड अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल की कक्षा दसवीं में 1415 छात्र-छात्राएं दर्ज है जिसमें से 1399 छात्र छात्राओं ने परीक्षा में भाग लिया था। उसमें से 1001 परीक्षार्थियों ने कक्षा दसवीं अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण की है तो वही 141 परीक्षार्थियों को पूरक आई है जो आगामी समय में आयोजित पूरक परीक्षा में शामिल होंगे। इस परीक्षा में 225 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हो गए हैं इस प्रकार कक्षा दसवीं का रिजल्ट 71.5 प्रतिशत रहा।

12वीं में 155 परीक्षार्थी हुए अनुत्तीर्ण

माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया जिसमें वारासिवनी विकासखंड अंतर्गत हायर सेकेंडरी स्कूल में कुल दर्ज 1120 विद्यार्थी है जिसमें से 1119 विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षा में भाग लिया। जिसमें से 746 परीक्षार्थी अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण हुए 216 विद्यार्थियों ने विभिन्न विषयों में पूरक प्राप्त की जो आगामी समय में आयोजित पूरक परीक्षा में शामिल होगे। वही 155 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण रहे इस प्रकार कक्षा बारहवीं का परीक्षा परिणाम 66 प्रतिशत रहा।

लिंगमारा एवं गर्रा का चिंताजनक रहा परीक्षा परिणाम

माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के द्वारा कक्षा 10वीं 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। जिसमें वारासिवनी विकासखंड मैं हाई स्कूल लिंगमारा एवं हायर सेकेंडरी स्कूल गर्रा रामपायली का बेहद चिंता जनक परीक्षा परिणाम रहा। हाई स्कूल लिंगमारा में 34 परीक्षार्थियों में केवल 11 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए 7 परीक्षार्थी को पूरक आयी तो वही 16 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हो गए जहां का परीक्षा परिणाम 32 प्रतिशत रहा। इसी प्रकार हायर सेकेंडरी स्कूल गर्रा रामपायली मैं 90 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया जिसमें मात्र 20 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए 14 परीक्षार्थी को पूरक आई है इस परिस्थिति में 56 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हो गये जहां का परीक्षा परिणाम 23 प्रतिशत रहा। जिसको लेकर शिक्षा विभाग के द्वारा मामले की समीक्षा के साथ शिक्षकों का भी अवलोकन करने की जरूरत प्रतीत हो रही है।

अंसेरा एवं झालीवाड़ा का बेहतर रहा परिणाम

शासकीय हाई स्कूल अंसेरा की कक्षा दसवीं का परीक्षा परिणाम इस वर्ष सभी शासकीय शालाओं में बेहतर रहा। जहां पर  42 विद्यार्थी कुल दर्ज है 40 ने परीक्षा में भाग लिया जिसमें 39 विद्यार्थी ने परीक्षा उत्तीर्ण की है एक को पूरक आयी जिसका 97 प्रतिशत रिजल्ट रहा। वही हायर सेकंडरी स्कूल में झालीवाड़ा का परीक्षा परिणाम बहेतर रहा जहाँ 103 विद्यार्थी कुल दर्ज है 102 ने परीक्षा में भाग लिया जिसमें 91 विद्यार्थी ने परीक्षा उत्तीर्ण की है 9 को पूरक आयी तो 2 फेल हो गये जिसका 89 प्रतिशत रिजल्ट रहा।

शिक्षकों की कमी से गिर रहा परीक्षा परिणाम

यहां यह बताना लाजमी है कि वारासिवनी विकासखंड अंतर्गत 11 हाई स्कूल और 11 हायर सेकेंडरी स्कूल है जिसमें प्रत्येक विषय में पारंगत शिक्षकों का अभाव बना हुआ है। जिसकी व्यवस्था जिला प्रशासन और प्रदेश शासन नहीं कर पा रहा है जिससे लगातार परीक्षा परिणामों का ग्राफ नीचे उतरता नजर आ रहा है। वही निजी विद्यालयों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है ऐसे में लोगों का अब शासकीय संस्था से मोहभंग होता नजर आ रहा है। जिसका ताजा उदाहरण 22 हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी विद्यालयों मैं कक्षा 10वीं और 12वीं कि दर्ज संख्या है जो पिछले वर्ष से कम हो गयी है। ऐसे में जागरूक नागरिकों के द्वारा समय-समय पर शिक्षकों की पदस्थापना के लिए मांग की जाती रही है पर वर्तमान तक प्रत्येक विद्यालयों में संलग्न या रिक्त पद बने हुए हैं।

परिणाम गिरने की समीक्षा में कारण स्पष्ट होगा – एनके डहाटे

विकास खंड शिक्षा अधिकारी एनके डहाटे ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा कक्षा 10वीं 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है। जिसमें वारासिवनी विकासखंड के शासकीय विद्यालयों मैं कक्षा दसवीं का परीक्षा परिणाम 71 प्रतिशत रहा। वही कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 66 प्रतिशत रहा। जो पिछले वर्ष से सुधार है इसे और बेहतर करने का प्रयास हमारा है। शासकीय विद्यालयों का परीक्षा परिणाम निराशाजनक रहा है जो किस कारण से रहा इसकी समीक्षा की जाएगी।वर्तमान में शासकीय विद्यालयों का परीक्षा परिणाम प्राप्त है वहीं प्राइवेट स्कूलों का परीक्षा परिणाम अप्राप्त है जिसे वह बताने में असमर्थ है। इसमें हमने देखा हाई स्कूल लिंग मारा हायर सेकेंडरी स्कूल गर्रा का बहुत ज्यादा खराब परीक्षा परिणाम रहा है इसमें आप परीक्षा परिणाम क्यों खराब रहा यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाए गए शिक्षकों की कमी तो विद्यालय में बनी हुई है किंतु अतिथि शिक्षक के माध्यम से उसे कमी को दूर करने का प्रयास किया गया है पर समीक्षा के बाद ही कारण स्पष्ट होगा।

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