राजस्थान में सचिन पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन कर रहे हैं। कांग्रेस का यह युवा नेता जयपुर से शहीद स्मारक पर सैकड़ों समर्थकों के साथ मौन अनशन कर रहा है। खास बात यह है कि पार्टी की चेतावनी के बावजूद सचिन पायलट एक दिनी अनशन कर रहे हैं।
कांग्रेस के कुछ नेता इसे अनुशासनहीनता बता रहे हैं, तो कुछ समर्थन में आए हैं। पार्टी प्रवक्ता प्रमोद कृष्णम के साथ ही छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव ने पूछा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना गलत कैसे है? वहीं, चुनाव से छह माह पूर्व पायलट के तेवरों से सिरदर्दी बढ़ गई है, लेकिन हाईकमान जोखिम लेने के बजाय गहलोत के पीछे खड़ा हुआ है।
आरएलपी ने किया गठबंधन का न्योता
इस बीच, राजस्थान की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने सचिन पायलट को गठबंधन का न्योता दिया है। आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने कहा, एक दिन का अनशन करने के बाद सचिन पायलट को कांग्रेस छोड़ देना चाहिए। यदि वो हमारी पार्टी के साथ आते हैं तो हम मिलकर कांग्रेस और भाजपा को भगा सकते हैं।