सेवा सहकारी समिति करेगी किसानों की चोरी हुई धान की भरपाई

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत लिंगमारा स्थित सेवा सहकारी समिति दीनी के धान उपार्जन केंद्र से बीते दिनों बड़ी संख्या में किसानों की धान से भरी कट्टी चोरी होने का मामला प्रकाश में आया था। जिसके संबंध में ३१ दिसंबर को किसान संगठन के तत्वावधान में किसानों और सेवा सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारियों की बैठक  उपार्जन केंद्र  की गई थी । जहां पर करीब डेढ़ घंटे की चर्चा के बाद सेवा सहकारी समिति के द्वारा किसानों की चोरी हुई धान की भरपाई करने का निर्णय निकला। वहीं थाने में की गई शिकायत किसान पूर्व जनपद अध्यक्ष कन्हैयालाल पटले ,किसान उरुणलाल मोहारे ,जीवनलाल डहाके के द्वारा पुलिस थाना रामपायली में की गई शिकायत वापस लेने का भी निर्णय लिया गया। जहां किसानों  की उपस्थिति में यहां आपसी समझौता किया गया। जिसमें कोरे कागज में लिखा पड़ी कर सभी के द्वारा एक एक छाया प्रति रखी गई। इसमें सेवा सहकारी समिति के द्वारा नकद भुगतान से इनकार करते हुए धान खरीदी के भुगतान के साथ उक्त भुगतान को पूरा करने की बात कही गई जिस पर सभी ने समर्थन किया। बैठक समाप्ति के पश्चात विधायक विवेक पटेल भी समिति में पहुंचे जिनके द्वारा उपस्थित किसानों से चर्चा कर अधिकारियों को निर्देशित कर वह क्षेत्र के लिए रवाना हो गयें। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान संगठन के पदाधिकारी सदस्य किसान एवं सेवा सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

यह है मामला

किसानों के खरीफ  की धान उपार्जन के लिए प्रशासन के द्वारा सेवा सहकारी समिति दीनी का धान उपार्जन केंद्र ग्राम लिंगमारा में स्थापित किया गया है। जहां पर किसानों के द्वारा अपनी उपज लाकर रखी जा रही है और समय अनुसार समिति के द्वारा किसानों की उपज का काटा कर खरीदी की जा रही है। जहां से लगातार किसानों की एक दो कट्टी धान चोरी होने की घटना सामने आ रही थी। परंतु २८ दिसंबर को मामला प्रकाश में आया कि किसान कन्हैया पिता जोगीलाल पटले ग्राम दिनी निवासी, अरूण पिता भीवराम मोहारे ग्राम मेंढकी ,जीवनलाल पिता मयाराम डहाके ग्राम लिंगमारा निवासी ने धान सेवा सहकारी समिति दिनी में २४ दिसंबर को धान बेचने के लिए सोसायटी में ले गये थे। जिन्हें धान चोरी की सूचना मिलने पर उन्होंने खरीदी केंद्र में रखी अपनी धान की गिनती की तो कन्हैया पटले ने १०० कट्टी मोटा धान लेकर गया था जिसमें से १३ कटटी चोरी हो चुकी है। वहीं उरूनलाल मोहरे ने २६५ कट्टी मोटा घान में से २५ कटटी धान चोरी हो चुकी है। जीवनलाल डहाके ८२ कटटी मोटा धान लेकर गया था उसमें से ७ कटटी मोटा धान चोरी हो चुका था। इसके बाद उन्होंने चौकीदार और अधिकारी से पूछताछ की पर किसी ने भी संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। जबकि किसानों ने यह धान खरीदी परिसर में डालने के पहले खरीदी प्रभारी भाउराम डहाके ग्राम लिंगमारा से धान की पर्ची मांगा एवं टोकन नहीं दिया है तथा गुमराह कर रहा था कि अभी दूंगा थोड़े देर बाद दूंगा। जहां पर चौकीदार मेघराज डोहरे, रूपचंद राउत, दिनदयाल भगत  रात्रि में रहते थे जिसको लेकर समिति ने हाथ झटक देने के बाद किसानों के द्वारा रामपायली थाने में शिकायत की गई थी।
किसान संगठन ने समिति के साथ की बैठक आपसी समझौता का लिया निर्णय
पीडि़त किसानों के द्वारा राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ अध्यक्ष सुभाष पारधी से संपर्क कर उन्हें घटना का वृतांत बताया गया। जिस पर वह अपने साथी चंद्र विजय ठाकुर ,मुन्नू दुबे ,किशोर बिसेन के साथ ३१ दिसंबर की दोपहर करीब १२ बजे धान उपार्जन केंद्र लिंगमारा पहुंचे। जहां पर उपस्थित किसानों की बातें सुनने के बाद समिति के पदाधिकारी सदस्यों से चर्चा कियें। जहां पर गहन चर्चा के उपरांत समिति प्रबंधक शिव प्रसाद सोनेकर के द्वारा किसानों के धान की भरपाई करने की बात कही गई। वह भी नकद नहीं धान के भुगतान के साथ खाते में भुगतान देने की बात कही गई। वहीं किसानों के द्वारा की गई शिकायत वापस लेने की भी बात करते हुए समस्त लिखा पड़ी मौके पर कर आपसी समझौता कराया गया। इस दौरान किसानों के द्वारा समिति के अधिकारी कर्मचारियों के रवैया को लेकर भी आक्रोश व्यक्त किया जाता रहा।

किसानों को ४८५३० रुपये का भुगतान करेगें कर्मचारी

बैठक के दौरान किसानों की चोरी हुई धान का आकलन किसानों के द्वारा लाई गई धान की कट्टी का वजन कर किया गया। जिसमें उरुण मोहारे की ५३ किलो की २० कट्टी, ४० किलो की २ कट्टी इस प्रकार ११ क्विंटल ४० किलो जिसकी कीमत २६२२०  रुपये है। इसी प्रकार जीवनलाल डहाके की ५५ किलो की ७ कट्टी में ३ क्विंटल ८२ किलो जिसकी कीमत ८८५५ रुपये है। कन्हैयालाल पटले की ४५ किलो की १३ कट्टी कुल ५ क्विंटल ८५ किलो जिसकी कीमत १३४५५ रुपये संभावित निर्धारित की गई। इस प्रकार सेवा सहकारी समिति दीनी के द्वारा तीन किसानों की भारी मात्रा में हुई धान चोरी की भरपाई ४८५३० रुपये उनके खाते में भुगतान कर दिया जायेगा।

खाते में भुगतान करने की बात कही गई है-सुखलाल मोहारे

किसान सुखलाल मोहारे ने बताया कि मैंने अपने भाई के साथ धान लेकर आया था कि २५ दिसंबर को काटा हो जाएगा परंतु नहीं हुआ २६ दिसंबर को हमारे भतीजे की मौत हो गई थी। २८ दिसंबर को मुझे   फोन आया कि धान की चोरी केंद्र में हुई है तो यहां आकर देखा तो धान की कट्टी मेरी गायब थी। चौकीदार से पूछा तो वह कहता है कि बड़े बड़े ताले टूट जाते हैं तुमको धान की पड़ी है। प्रभारी से चर्चा किया तो वह भी कहता है जो बनता है कर लो २४ कट्टी धान चोरी हुआ था। अभी यहां किसान संगठन को बुलवाए थे उनके साथ हम सभी किसान है जहां पर विचार किया गया भरपाई समिति से हो रही है। यह नकद में नहीं दे रहे हैं खाते में भुगतान के साथ कर देंगे कहते हैं अब पता नहीं कट्टी बढ़ाएंगे या क्या करेंगे सभी का निर्णय हमें स्वीकार है।

चोरी हुई धान का भुगतान समिति करेगी समझौता हुआ है-कन्हैयालाल पटले

पूर्व जनपद अध्यक्ष कन्हैया लाल पटले ने बताया कि सोसायटी में बैठक आयोजित की गई थी । यह खरीदी केंद्र से चोरी हुई धान के निराकरण के संबंध में रखी गई थी। जिसमें किसान संगठन किसानों के साथ समिति के मेंबर और अधिकारी कर्मचारी भी थे जहां पर किसानों के द्वारा अपनी बात पूरी कही गई। और अंत में समझाइस देकर आपस में समझौता करने पर विचार किया गया। जिसमें चोरी हुई धान का भुगतान समिति करेगी यह समझौता हुआ है हम सभी संतुष्ट हैं।

समझौता तो हो गया किंतु चौकीदार के ऊपर अपराध दर्ज होना था-सुभाष पारधी

राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ अध्यक्ष सुभाष पारधी ने कहा कि २८ दिसबंर की रात को किसानों की ४२ कट्टी धान चोरी हो गई थी उसी को लेकर हम आए हैं। शिकायत समिति को करना था थाने में जिन्होंने मना कर दिया तो किसानों ने शिकायत की थाना प्रभारी ने निरीक्षण भी किया परंतु  कुछ नहीं हुआ। हम आए हैं कि किसानों का धान चोरी हो गया है अब इसका खर्च कौन वहन करेगा सोसायटी खर्च वहन करने के लिए तैयार है। अब यह सल्टेज दिखाते हैं क्या करते हैं पता नहीं परंतु भुगतान के साथ यह भुगतान दिया जाएगा नकद नहीं देंगे कहते हैं। समाधान तो हो गया है किंतु नियम से जो चौकीदार थे उनके ऊपर अपराध दर्ज होना था परंतु यहां चर्चा की गई किसान तैयार है तो यह समझौता करवाया गया।

चौकीदार और कर्मचारियों की पेमेंट से किसानों को भरपाई की जाएगी-शिवप्रसाद सोनेकर

समिति प्रबंधक शिव प्रसाद सोनेकर ने बताया कि बैठक में यह सब बातें हुई की कट्टी जिस दिन चोरी हुई रात में बिजली गोल हो गई थी बारिश हो रही थी। आसमान में बिजली कडक़ रही थी सामने पहाड़ पर बाघ के दहाडऩे की आवाज आ रही थी। यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से तीन चौकीदार तैनात थे जो देख रेख कर रहे थे । इस दौरान रात्रि में २ से ३ बजे चोरों ने तीन किसानों की १५,७,२२  कट्टी धान से भरी हुई चोरी कर ली। चौकीदार झोपड़ी में थे बताते हैं इतनी सारी बोरी एक व्यक्ति नहीं ले जा सकता है चौकीदारों पर मुझे संदेह है कि मिलीभगत होगी। इसके लिए ट्रैक्टर लगता है वह भी चौकीदारों को नहीं दिख तो संसय है। उन्हें हटाकर नए चौकीदार रखे गए हैं अब किसानों का चौकीदार और कर्मचारियों की पेमेंट से रुपये काटकर भरपाई की जाएगी साल्टेज नहीं दिखाएंगे। इतनी धान की हमें व्यवस्था करनी पड़ेगी चोरों की लगातार निगरानी कर रहे हैं पुलिस के पास भी हम जाएंगे इन चोरों पर कार्यवाही होनी चाहिए।

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