‘बालाघाट जिले को सिवनी जिले से जोडऩे वाले हाईवे मार्ग की स्थिति बेहद खस्ताहाल हो चुकी है एवं इसी खस्ताहाल हाईवे मार्ग से होकर ५ अगस्त को दोपहर ३ बजे म.प्र. शासन के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्राम पंचायत कंजईसेजिले की सीमा में प्रवेश किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग के माध्यम से जिले में आने की जानकारी लगते ही प्रशासन के द्वारा आनन फानन में ४ अगस्त को रातों रात कंजई से लेकर गर्रा तक के सभी खरतनाक गड्ढों को भरकर मरम्मत कर दिया गया। लेकिन हाईवे मार्ग की हालत बेहद खराब होने के कारण इसी खस्ताहाल सडक़ में मौजूद खतरनाक गड्डों से हिचकोले खाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का काफिला बालाघाट की ओर रवाना हुआ’- यह मामला लालबर्रा मुख्यालय से होकर गुजरे बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग का है। जिसकी हालत दिनों-दिन बद से बदतर होती जा रही है। वर्तमान में जारी बरसात के दौर में मार्ग पर बने बड़े-बड़े गड्डे एवं इन गड्डों में जमा हो रहा बरसाती पानी मौत को दावत देता नजर आ रहा है। जिसकी ओर अब तक प्रशासन का कोई ध्यान नही है। यदि जल्द से जल्द प्रशासन के द्वारा हाईवे मार्ग के गड्डों का पक्का मरम्मत कार्य एवं बरसाती पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नही करवाई गई तो आगामी दिनों में किसी भी समय बड़ी दुर्घटना के घटित हो सकती है। हम आपकों बता दें कि बरसात पूर्व मेंटेनेंस के नाम पर एमपीआरडीसी विभाग के द्वारा पेंच कार्य के मापदंडों को दरकिनार कर शासकीय राशि का दुरूपयोग करते हुए गुणवत्ताहीन तरीके से बालाघाट से सिवनी हाईवे मार्ग में बने गड्डे को भरे गये थे जिसके कुछ दिनों बाद ही गड्डों में डाली गई कमजोर गिट्टी उखडक़र गायब हो गई है। ऐसे हालातों में मार्ग पर मौजूद खतरनाक गड्डों में बरसात होते ही जिले की अंतिम सीमा कंजई से लेकर गर्रा तक जगह-जगह बने गड्डों में पानी जमा हो गया है। वहीं सडक़ के गड्डों में पानी भरने के बाद आवागमन करने वाले लोगों को गड्डों का पता नही चल पाता है जिससे तेज गति होने के कारण वाहन अनियंत्रित होने से दुर्घटनाएं भी घटित होते रहती है और मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने जो बड़े गड्डों का मरम्मत कार्य करवाया है वह गुणवत्ताहीन किया गया है जो कुछ ही दिनों में उखडक़र गड्डोंं में तब्दील हो जायेगी। ५ अगस्त को जिला मुख्यालय बालाघाट स्थित कृषि उपज मंडी प्रांगण में श्रावण उपहार व बहनों से राखी बंधवाने कार्यक्रम मेें शामिल होने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आगमन हुआ। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं उनका काफिला जबलपुर से बाये रोड़ होते हुए बालाघाट पहुंचे। वहीं ४ अगस्त की रात्रि में प्रशासन को जानकारी लगी कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जबलपुर से सिवनी होते हुए बालाघाट बाये रोड़ चौपहिया वाहन से आने वाले है। जिसके बाद ४ अगस्त की रात्रि में प्रशासन के द्वारा बालाघाट से सिवनी हाईवे मार्ग कंजई से लेकर गर्रा के बीच में जगह-जगह बने बड़े गड्डों का मरम्मत कार्य करवाया गया है परन्तु गड्डों का जो मरम्मत कार्य करवाया गया है वह कुछ ही दिनों में जस की तस हो जायेगी और पुन: सडक़ गड्डों में तब्दील होगी जिससे आने-जाने वालों को बेहद परेशानी होगी। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जबलपुर से लेकर बालाघाट तक चौपहिया वाहन से अपने काफिले के साथ उनका आगमन हुआ जिनका जगह-जगह कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वागत किया गया। वहीं क्षेत्रीयजनों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बालाघाट से सिवनी हाईवे मार्ग का जल्द नवीन निर्माण करवाने की मांग की है।
लालबर्रा विश्राम गृह में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का किया आत्मीय स्वागत
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का काफिला शाम ४ बजे लालबर्रा विश्राम गृह पहुंचा जहां भाजपा के जिला अध्यक्ष रामकिशोर कावरे, लालबर्रा जनपद उपाध्यक्ष किशोर पालीवाल सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आत्मीय स्वागत किया। साथ ही जनपद उपाध्यक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात कर क्षेत्र की समस्याओं एवं मांगों से स्वागत करवाये। जिसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला बालाघाट में आयोजित श्रावण उपहार एवं बहनों से राखी बंधवाने के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गये। इस दौरान जनपद उपाध्यक्ष किशोर पालीवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बालाघाट से सिवनी हाईवे रोड़ खराब होने से हो रही परेशानी एवं सडक़ का जल्द निर्माण करवाने की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हे आश्वास्त किया है कि दिसंबर माह तक सडक़ के निर्माण के बारे में अच्छी खबर मिलेगी। जिससे ऐसा लग रहा है कि मुख्यमंत्री जी जिस मार्ग से बालाघाट आये है उन्होने सडक़ की स्थिति को देख चुके है और जल्द ही नवीन नेशनल हाईवे सडक़ की सौगात दे सकते है।