नगर मुख्यालय से होकर गुजरे बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग पर गत दिवस हुई अतिक्रमण कार्यवाही के दौरान नाली क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिसके कारण निवासरत लोगों के घरों का गंदा पानी सैंट्रल बैंक के सामने से रोड़ के ऊपर से बह रहा है एवं मार्ग में बने गड्डों में पानी जमा होने के कारण दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है और गंदा पानी बहने से निवासरत लोगों व राहगीरों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गंदे पानी की दुर्गंध से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है जिसकी दुर्गंध से स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे शासन-प्रशासन के प्रति आमजनों में आक्रोश व्याप्त है। आपको बता दें कि राजस्व विभाग के द्वारा गत माह बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग में सर्राटी पुल मानपुर से लेकर अहिंसा द्वार तक कच्चा व पक्का अतिक्रमण को तोडऩे की कार्यवाही की गई थी इस दौरान जेसीबी मशीन से सैन्ट्रल बैंक के आसपास का पक्का अतिक्रमण को तोड़ा गया था जिससे नाली के साथ ही हेंडपंप भी क्षतिग्रस्त हो चुका है एवं प्रशासन के द्वारा मलबा को भी नही हटाया गया है जिसके कारण गंदा पानी जमा होने के साथ ही रोड़ के ऊपर से पानी बह रहा है जिससे मार्ग से आवागमन करने वाले लोगों के ऊपर गंदा पानी की छिटे पड़ रहे है एवं गड्डों में पानी जमा हो जाने से मार्ग से आवागमन करने वाले लोगों को दिखाई नही देने से साइकिल व मोटरसाइकिल अनियंत्रित होने से दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। साथ ही सैंट्रल बैंक होने के कारण दिनभर उक्त स्थान पर भीड़ भी रहती है एवं आसपास दुकान है परन्तु रोड़ के ऊपर से गंदा पानी बहने व जमा होने के कारण ग्राहक भी नहीं आ रहे है जिससे उनका व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। निवासरत लोग, राहगीर व दुकानदारों ने मार्ग के किनारे फैले मलबा को हटाकर क्षतिग्रस्त नाली की मरम्मत करवाकर पानी निकासी की व्यवस्था किये जाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
मार्ग के ऊपर से बह रहा है गंदा पानी – डॉ. अरूण
डॉ. अरुण उपाध्याय ने बताया कि मार्ग के चौड़ीकरण के लिए प्रशासन के द्वारा दोनों ओर कच्चा व पक्का अतिक्रमण हटाया गया है जिससे नालियां क्षतिग्रस्त हो चुकी है एवं प्रशासन के द्वारा सिर्फ अतिक्रमण तोडऩे की कार्यवाही गई थी मलबा को नही हटाया गया है जिसके कारण मलबा नालियों में जमा होने से नाली चोक हो चुकी है और निवासरत लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी लोगों के घरों में घुसने के साथ ही मार्ग के ऊपर से बहा रहा है जिससे गंदगी होने से मच्छरों का प्रकोप बढऩे से बीमारी होने का अंदेशा बना हुआ है।
व्यापार हो रहा प्रभावित – राधेश्याम
राधेश्याम टेंभरे ने बताया कि अतिक्रमण कार्यवाही के बाद से नालियों का गंदा पानी हाईवे मार्ग से बह रहा है जिससे आसपास के क्षेत्र में गंदगी का माहौल निर्मित हो गया एवं गंदे पानी की बदबू आने से ग्राहक भी दुकान में नही आ रहे है जिससे व्यापार भी प्रभावित हो रहा है साथ ही यह भी बताया कि मार्ग के बीच में बने गड्डे के कारण उसमें पानी जमा होने से दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है परन्तु प्रशासन के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे सभी में आक्रोश व्याप्त है, शासन-प्रशासन से मांग है कि क्षतिग्रस्त नाली का मरम्मत कार्य करवाकर पानी निकासी की व्यवस्था करेें।
प्रशासन की व्यवस्था लचर हो चुकी है – रविशंकर
रविशंकर अजीत ने बताया कि बस स्टैण्ड से लेकर मजार तक पक्का अतिक्रमण तोडऩे की कार्यवाही एक माह पूर्व प्रशासन के द्वारा की गई है परन्तु मलबा को नही हटाया गया है एवं नाली भी क्षतिग्रस्त होने से मार्ग के बीच से गंदा पानी बह रहा है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है जबकि प्रशासन को अतिक्रमण कार्यवाही के बाद मलबा हटाकर क्षतिग्रस्त नाली का मरम्मत कार्य करवाया जाना था परन्तु नही करवाया गया है इस तरह प्रशासन की व्यवस्था लचर हो चुकी है जिसका खामयाजा आमजनों को भुगतना पड़ रहा है।
बीओटी के अधिकारियों को करवाया जायेगा अवगत – अनीस
ग्राम पंचायत पांढरवानी सरपंच अनीस खान ने बताया कि विगत दिनों शासन-प्रशासन के द्वारा नगर मुख्यालय में अतिक्रमण की कार्यवाही की गई थी परन्तु अतिक्रमण के बाद प्रशासन के द्वारा मलबा को नही हटाया गया है जिसके कारण मलबा नालियों में जमा होने से नालियां चोक चुकी है और पानी की निकासी नही होने के कारण समस्या बनी हुई है इसलिए मलबा व क्षतिग्रस्त नाली का मरम्मत कार्य करवाने के लिए बीओटी के अधिकारियों को पत्र लिखा जायेगा। श्री खान ने बताया कि जेसीबी मशीन से अतिक्रमण कार्यवाही होने के कारण नल-जल योजना की पाईपलाईन भी जगह-जगह से टुट चुकी है जिसमें छोटी पाईपलाईन का पंचायत के द्वारा सुधार कार्य कर दिया गया है परन्तु बड़ी पाईपलाईन को नही सुधारा गया है इसलिए पीएचई विभाग को उक्त संबंध में अवगत करवाकर क्षतिग्रस्त पाईपलाईन का मरम्मत कार्य करवाया जायेगा।