आयुर्वेदिक दवाई कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाली गैंग के संचालक सहित तीन आरोपितों को क्राइम ब्रांच इंदौर ने गिरफ्तार किया है। आरोपित फर्जी नाम व सिमकार्ड का उपयोग कर गूगल पर एड देकर लोगों से फोन तथा इ-मेल से संपर्क करते थे और उन्हें कंपनी का फर्जी गुमास्ता लाइसेंस, फर्जी जीएसटी नंबर सहित अन्य दस्तावेज भेज कर लुभावने आफर देते थे व फर्जी एग्रीमेंट कर विभिन्न राज्यों में लोगों को ठगते थे।
क्राइम ब्रांच को फरियादी अविनाश कश्यप ने लिखित आवेदन दिया था। जिसकी जांच पुलिस उपायुक्त निमिष अग्रवाल के निर्देशन में फ्राड इंवेस्टिगेशन सेल से करवाई गई।
क्राइम ब्रांच के अफसरों के मुताबिक आवेदक से फ्राड की संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की गई तो पता चला कि गोयल नगर स्थित इ-कामर्स कंपनी स्नैप मेगा मार्ट का संचालक सुमित सिलावट सहित अन्य साथी सदस्य कंपनी का फर्जी जीएसटी नंबर व फर्जी गुमास्ता लाइसेंस बनाकर, फर्जी सिमकार्ड व बैंक खाते का उपयोग करते थे। वे स्वयं का नाम छुपाकर गलत नाम बातकर लोगों से काल व इ-मेल के माध्यम से संपर्क करते और फर्जी एग्रीमेंट भेजकर लोगों को आयुर्वेदिक दवाइयों सहित अन्य प्रोडक्ट्स की कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलवाने के नाम पर उनसे धोखाधड़ी करते थे।
आवेदक अविनाश से एक लाख रुपये फर्जी कंपनी के खाते में आरोपितों ने डलवा लिए और आयुर्वेदिक दवाई कंपनी की फ्रेंचाइजी नहीं देते हुए ठगी की। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने कंपनी के आरोपित संचालक सुमित सिलावट निवासी नई बस्ती आजाद नगर व अन्य साथी आरोपितों के खिलाफ कनाड़िया थाना में धारा 419, 420, 468, 471, 120-बी में प्रकरण दर्ज करवाया गया।
एफआइआर के बाद सुमित व साथी आरोपित फरार हो गए थे। क्राइम ब्रांच ने सुमित के साथ ही आरोपित भावेश निवासी नर्मदा योजना आजाद नगर, अखिलेश सावले निवासी भूरी टेकरी को पकड़कर आगे की कार्रवाई के लिए थाना कनाड़िया के सुपुर्द किया है।