आरती हत्याकांड वाले मामले में प्रशासन में इस हत्याकांड से जुड़े तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तो वही हत्याकांड के मुख्य आरोपी के घर बुलडोजर की कार्यवाही की जा चुकी है, लेकिन पीड़ित परिवार को अब तक न्याय नहीं मिला है और उनकी अब तक मांगी पूरी नहीं की गई है।ऐसा आरोप लगाते हुए बैहर, परसवाड़ा, और मलाजखंड सहित अन्य क्षेत्रों से बालाघाट पहुंचे सामाजिक बंधुओ ने सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौपा है। जिसमें उन्होंने इस हत्याकांड से जुड़े सभी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने और जर्जर मकान पर बुलडोजर चलाने की कार्यवाही किए जाने का आरोप लगाते हुए हत्याकांड के मुख्य आरोपी के अवैध पक्के मकान पर बुलडोजर की कार्यवाही किए जाने की मांग की, तो वहीं उन्होंने हत्याकांड से जुड़े अन्य आरोपियों और उनके मददगारों को भी जल्द गिरफ्तार करके,उनपर वैधानिक कार्यवाही कर उन्हें फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग की है। सर्व समाज व सामाजिक बंधुओ का आरोप है कि हत्याकांड से जुड़ा मुख्य आरोपी का कहीं और अवैध रूप से पक्का मकान है जहां वे अपने परिवार के साथ रहता है। वही जो मकान प्रशासन ने गिराया है वह मकान पहले से जर्जर था और आरोपी उस मकान को स्वयं गिराना चाहता था। जिस जर्जर मकान में कोई नहीं रहता था उसी मकान पर बुलडोजर चलाकर प्रशासन ने खाना पूर्ति की है।जहां उन्होंने इस हत्याकांड से जुड़े सभी आरोपियों और उनके मददगारों को फाँसी की सजा दिलाए जाने की मांग की, तो वही पीड़ित परिवार को एक करोड रुपए का मुआवजा देने सहित 8 सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौपा है जिसमें उन्होंने सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किए जाने की गुहार लगाते हुए ,मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है।उक्त मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे पदाधिकारी में
बैहर विधायक संजय उइके, सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष भुवन सिंह कोर्राम,मप्र आदिवासी विकाश परिषद अध्यक्ष लखन सिंह मेरावी, सर्किल अध्यक्ष संतराम मेरावी,रूढ़ी प्रथा गांव गणराज्य ग्राम सभा तहसील अध्यक्ष हेमलाल धुर्वे, प्रांतीय अध्यक्ष द्रौपकिशोर मेरावी, सरपंच संघ अध्यक्ष धनेश्वरी मेरावी, सहित बैहर, बिरसा,परसवाड़ा, लांजी व अन्य क्षेत्र के सामाजिक बंधु प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
पक्के मकान को छोड़ जर्जर मकान पर चलाया गया बुलडोजर
सर्व समाज द्वारा कलेक्टर कार्यालय में सौंपे गए इस ज्ञापन में इस बात का उल्लेख किया गया है कि बिरसा थाना अंतर्गत आने वाले दमोह के ग्राम माटे में आदिवासी युवती कु. आरती मरकाम पिता स्व.रोशन मरकाम की 16 मई को गोली मारकर हत्या की गई ।जिस पर अपराधियों के मकान को म.प्र. शासन के मंशा अनुसार जमीदोज किए जाने, अपराधीयों को फांसी की सजा दिलाने, पिडित परिवार को एक करोड की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी दिए जाने सहित अन्य मांग की गई है। किन्तु प्रशासन के द्वारा आरोपी के क्षतिग्रस्त मकान पर बुलडोजर चलाया गया है।जबकि उक्त क्षतिग्रस्त मकान को आरोपी के परिवार वाले स्वयं तोडना चाहते थे। जबकि आरोपी और उसका परिवार जिस पक्के मकान में निवास व व्यवसाय करते है वह नहीं तोड़ा गया है,उसका पक्का मकान भी अतिक्रमण में आता है जो बड़े झाड की शासकिय भूमि मद के अंतर्गत है। हमें ऐसा लगता है कि प्रशासन ने जर्जर हो चुके मकान को तोड़कर सिर्फ खाना पूर्ति की है। जिससे आदिवासी समाज एवं ग्रामिणजनों में रोष है।न्याय संगत न होकर पक्षपात किया जाना ज्ञात होता है। हम चाहते हैं कि इस मामले में वैधानिक कार्यवाही की जाए और समस्त मांगे पूरी कर पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाया जाए।
इन मांगों को लेकर सौपा ज्ञापन
कलेक्ट्रेट कार्यालय में सौपे गए ज्ञापन में सर्व समाज ने मुख्य आरोपी के पांच अन्य मददगार आरोपियों को गिरफ्तार कर सभी को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग की।तो वहीं उन्होंने सभी पांच आरोपियों के मकान पर बुलडोजर कार्यवाही किए जाने की गुहार लगाई है। इसके अलावा उन्होंने इस जघन्य हत्या के आरोपियों का मामला- न्यायालय फास्ट ट्रैक (कोर्ट) में चलाने, नाबालिक आरोपी को सजा सुनाने में रियायत न दिए जाने, क्षेत्र में देसी कट्टा अवैध हथियार रखने वालों की जांच करने, आरोपियों के साथ फोटो खींचाकर उसे वायरल करने वालों और गैंगस्टर को बढ़ावा देने वाले युवाओं पर भी कार्यवाही करने, पिडित परिवार को म.प्र. शासन के द्वारा एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता एवं परिवार के एक सदस्य को शासन द्वारा शासकीय नौकरी देने सहित उनकी सभी मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई है।जहां उन्होंने इन मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन को 10 दिनों की मोहल्ला दी है जिन्होंने 10 दिनों के भीतर मांग पूरी न होने पर चकाजाम कर, उग्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है।
मृतिका की मां को न्याय नहीं मिला- देवेंद्र मरकाम
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान जनपद सदस्य देवेंद्र मरकाम ने बताया कि जिस दिन ग्राम माटे में बुलडोजर की कार्यवाही हुई उस दिन मृतिका की मां हमारे पास आई थी उन्होंने कहा कि मुझे न्याय नहीं मिला है।जिस घर को तोड़ना था उसे प्रशासन ने बचा लिया और जो जर्जर मकान में कोई नहीं रहता था सिर्फ मवेशियों को बांधते थे उस मकान पर बुलडोजर की कार्यवाही की गई है। इसीलिए सर्व समाज में बैठक कर कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है जिसमें हमने 8 सूत्रीय मांगो को पूरा करने की गुहार लगाई है। क्योंकि जब तक यह मांगे पूरी नहीं होगी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा।
तो चकाजाम कर उग्र आंदोलन करेंगे- मंशाराम मेरावी
वही ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद बैहर अध्यक्ष मंशाराम मेरावी ने बताया कि पिछले दिनों 16 मई को ग्राम माटे में एक आदिवासी युवती की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।उसको लेकर 20 मई को एक बैठक का आयोजन कर इस मामले से जुड़े सभी आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने और सभी आरोपियों के घर पर बुलडोजर कार्यवाही किए जाने सहित अन्य मांगे की गई थी।जिसपर 24 मई को प्रशासन ने एक्शन दिखाते हुए एक आरोपी का मकान जमीनदोज कर दिया। लेकिन उनकी यह कार्यवाही महज एक दिखावा है। क्योंकि जिस पुराने मकान को आरोपी का परिवार स्वयं तोड़ना चाहता था उस मकान में कोई नहीं रहता था उस पुराने जर्जर मकान में बुलडोजर की कार्रवाई की गई है। जबकि आरोपी अवैध रूप से बनाए गए दूसरे पक्के मकान में अपने परिवार के साथ रहता था।उस मकान पर बुलडोजर की कार्रवाई की जानी थी। इसके अलावा पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए 24 मई को एक बैठक का आयोजन कर एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौपा गया था ।उसी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर आज कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपने आए हैं।इसके लिए हमने प्रशासन को 10 दिनों की मोहलत दी है यदि 10 दिनों के भीतर कोई कार्यवाही नहीं होती और मांग पूरी नहीं की जाती,तो समस्त क्षेत्रवासियों को साथ लेकर चकाजाम कर उग्र आंदोलन किया जाएगा।