मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी द्वारा नए आदेश के तहत अब ई-व्हीकल चार्ज करने के लिए अलग से बिजली मीटर लेने का फरमान सुना दिया गया है। इसके तहत जिसके पास भी ऐसे ई- व्हीकल है जिसे चार्ज करने के लिए अलग से कनेक्शन लेना होगा या फिर अपने ही घरेलू कनेक्शन को कमर्शियल कनेक्शन में बदलना होगा।
इसके लिए बिजली वितरण कंपनी द्वारा अगले महीने से सर्वे करवाएगा। ऐसे लोगों का पता किया जाएगा जिनके पास पहले से ही ई-व्हीकल रखे हुए हैं, और उनके द्वारा अलग से बिजली मीटर नहीं लिया गया है। ऐसे उपभोक्ताओं का सर्वे करके उन्हें अलग से बिजली का मीटर लेने की हिदायत दी जाएगी और ऐसा नहीं करने पर उनके टैरिफ को घरेलू टैरिफ से हटाकर कमर्शियल टैरिफ में बदल दिया जाएगा।
बिजली वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री लक्ष्मण सिंह ने बताया कि वर्तमान समय तक उनके पास में ई-रिक्शा की ही जानकारी मिली है इसलिए अभी केवल ई रिक्शा का सर्वे करवाया जाएगा।
आपको बता दें ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में ई व्हीकल का चलन बढ़ाने के लिए केंद्र, राज्य सरकारें खासा जोर दे रही हैं। दूसरी ओर प्रदेश सरकार के एक फैसले ने प्रदेश के साथ ही ई-व्हीकल की राह में रोड़ा पैदा कर दिया है।
इस दौरान जब हमने शहर में ई रिक्शा चलाने वाले लोगों से चर्चा की तो उन्हें इस विषय पर ज्यादा जानकारी नहीं है वह कहते हैं कि जब सरकारी फरमान आएगा उस दौरान पूरी योजना को समझेंगे यदि फायदे का सौदा रहा तो ठीक घाटे का सौदा रहा तो ई रिक्शा चलाना भी मुश्किल हो जाएगा।










































