उज्जैन की तर्ज पर नगर में निकाली गई महाकाल की पालकी

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गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी महाकाल सेवा समिति द्वारा सावन माह के चौथे सोमवार को बाबा महाकाल की पालकी नगर भ्रमण के लिए निकाली गई। उज्जैन में निकलने वाली महाकाल की सवारी की तरह गोंदिया रोड स्थित नये श्रीराम मंदिर से सोमवार की देर शाम निकाली गई यह महाकाल की पालकी यात्रा राममंदिर से प्रारंभ होकर हनुमान चौक, महावीर चौक, राजघाट चौक से कालीपुतली चौक, आम्बेडकर चौक से गोंदिया रोड होते हुये वापस श्रीराम मंदिर पहुंची जहां महाकाल पालकी यात्रा का समापन किया गया। इस दौरान श्रद्धालु भक्तों का भारी जनसैलाब इस पालकी यात्रा में देखने को मिला। जहां श्रद्धालु भक्तगण डीजे व बैंड की धुन पर थिरकते, झूमते नाचते गाते और भगवान की भक्ति में लीन नजर आए।

महाकाल बाबा महाकाल को चढ़ाया गया 56 भोग
नगर भ्रमण के बाद जैसे ही यह पालकी यात्रा समापन के लिए नए राम मंदिर पहुंची, वैसे ही भगवान जगन्नाथ के जयघोष के साथ विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन कराए गए।इस दौरान बाबा महाकाल को 56 भोग चढ़ाया गया। तो वही उज्जैन की तर्ज पर ही श्रद्धालुओं द्वारा महाआरती की गई। इस अवसर पर महाप्रसाद भंडारा का भी वितरण किया गया। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर भंडारा औऱ महाप्रसाद ग्रहण किया।

महाकाल की जय घोष से गूंजा शहर
बाबा महाकाल की पालकी को भक्तजन अपने कांधे पर लेकर पैदल बाबा महाकाल व बम बम भोले के जयकारे लगाते हुये चल रहे थे। इस दौरान युवाओं की टीम द्वारा नगाडों व झांझ करतार बजाते हुये शहर के प्रमुख चौक चौराहों में सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति भी दी। इस दौरान भगवान भोलेनाथ की झांकी भी आर्कषक रही। महाकाल की पालकी में शामिल युवा पुरुष माता बहने सहित हर कोई महाकाल का जयघोष करते नजर आया जहां बाबा महाकाल के नारों से शहर गूंज उठा। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, औऱ सनातन सभा सहित विभिन्न हिन्दुवादी संगठनों के पदाधिकारी सदस्य व महाकाल भक्त बड़ी संख्या में शामिल रहे।

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