नगर के सब्जी बाजार से लगी उत्कर्ष सिटी में खड़े वाहनों से उत्सव सिटी मालिक संजय कासल के द्वारा पार्किंग के नाम पर अपने कर्मचारियों से वसूली किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें नगर पालिका कर्मचारियों के द्वारा मौके पर पहुंचकर वसूली को रुकवा दिया गया है वही कार्यवाही किए जाने की बात कही जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वारासिवनी नगर में प्रति मंगलवार को बाजार भरता है जहां पर वारासिवनी खैरलांजी क्षेत्र से सब्जी व्यापारी अपनी सब्जी बेचने के लिए आते हैं। वही बड़ी संख्या में लोग बाजार करने के लिए दूरदराज व नगर से बाजार में पहुंचते हैं। जहां पर प्रति मंगलवार अनुसार 20 जून को मंगलवार बाजार भरा जिसमे क्षेत्र के दूरदराज इलाकों से पहुंचे ग्रामीण सहित नगर वासियों के द्वारा अपनी मोटरसाइकिल और चार पहिया वाहन से सब्जी बाजार में अपनी व्यवस्था अनुसार खड़ा कर दिया गया। ऐसे में अनेकों लोगों के द्वारा उत्कर्ष सिटी मैं अपने वाहनों हो रोड किनारे व खाली मैदान में खड़ा कर बाजार करने चले गए जहां से जब वह अपने मोटरसाइकिल के पास पहुंचे तो उनसे मोटरसाइकिल का पार्किंग किराया मांगा गया। जिसकी बकायदा उन्हें रसीद भी बाजार पार्किंग के नाम से दी गई जिससे आमजन आक्रोशित हो गए और उनके द्वारा सवाल जवाब किये गये। जिस पर वसूली कर रहे युवकों के द्वारा उत्कर्ष सिटी के मालिक संजय कासल के द्वारा पार्किंग किराया की वसूली कराये जाने की बात कही गई। जिस पर अधिकांश लोगों के द्वारा किराया देकर चले गए परंतु कुछ जागरूक नागरिकों के द्वारा उक्त विषय को लेकर विवाद किया गया कि बाजार नगर पालिका की अधीनस्थ है। जिसकी शिकायत पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी वारासिवनी के द्वारा तत्काल नगरपालिका अमला मौके पर भेजा गया जिनके द्वारा उक्त पार्किंग वसूली को बंद करवाने का कार्य कर आगे कार्यवाही किए जाने की बात कही गई।
ग्रामीण रोशन बेले ने बताया कि वह हर मंगलवार को यहां पर अपनी मोटरसाइकिल खड़ी करते हैं परंतु आप जबरदस्ती पार्किंग का पैसा मांगा जा रहा है। पिछले मंगलवार को ऐसा कुछ नहीं था किस बात का ठेका हुआ है हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है ग्राउंड से बाहर हमने रोड पर अपनी मोटरसाइकिल खड़ी करी हुई थी। श्री बेले ने बताया कि यह 10 रुपये जो ले रहे हैं वह गलत बात है पार्किंग का पैसा नहीं लगना चाहिए यदि यह पार्किंग लेते हैं तो वह बात बताना चाहिए फिर हम सोचते पर ऐसा कुछ बताया नहीं किया गया। अब रुपए मांग रहे हैं।
पूर्व पार्षद सुनील पिपरेवार ने बताया कि प्रत्येक मंगलवार को हम बाजार में आते हैं जहां पार्किंग का कोई किराया नहीं लगता है अभी देखा तो बताया गया कि पार्किंग का पैसा लगेगा। बाजार नगरपालिका के अधीन होता है नगरपालिका की ऐसी कोई व्यवस्था यहां पर नहीं है परंतु जो लड़का रुपए ले रहा है वह कहता है कि 80000 रुपये में ठेका लिया है। श्री पिपरेवार ने बताया कि यह निजी संपत्ति में कहीं भी पार्किंग शुल्क नहीं लगता है और यदि व्यवस्था को लेकर सोचना है तो इसकी शिकायत करें परंतु आम इंसान से वसूली हो रही है। ग्रामीणों को वसूली करने वाले गाली भी दे रहे हैं यह कासल परिवार की संपत्ति है तो वह यहां पर दुकान लगवाना बंद करवा दें समस्या ही नहीं होगी जिसमें चर्चा की गई तो बताया कि अव्यवस्था से बचने के लिए यह कराया गया है जिसमें तनख्वाह पर युवक रखे गए हैं यह श्रीमती रीना कासल व संजय कासल ने कहा कि उनके कर्मचारी है।
वसुलीकर्ता अंशुल डोंगरे ने बताया कि यह हमारा दूसरा सप्ताह है 1 वर्ष का ठेका हुआ है हर मंगलवार को पार्किंग किराया वसूला जाना है जो संजय कासल के द्वारा दिया गया है। जिसमें वसूली करने के बाद हर सप्ताह 300 रुपये कासल जी को देना है और ऊपर का पैसा हमें रखना है। जिसमें प्रति मंगलवार 1000 रुपये करीब वसूली से आते हैं जिसमें मोटरसाइकिल का 10 रुपये और चार पहिया वाहन का 20 रुपये लेना है। संजय कंसल कि यह जमीन है जहां पर गाड़ी रखने पर अव्यवस्था होती थी और चोरी जाती थी तो उन्होंने हमें कहा कि अच्छे से गाड़ी लगवाओ और उनकी देखरेख करो बदले में 10 20 रुपये लो उनकी गाड़ी भी सुरक्षित रहेगी और व्यवस्थित रूप से मोटरसाइकिल खड़ी भी रहेगी।
उत्कर्ष सिटी संचालिका रीना कासल ने दूरभाष पर चर्चा में बताया कि उत्कर्ष सिटी उनकी निजी संपत्ति है जहां पर बाजार के कारण अव्यवस्था होती है। जिसको देखते हुए अनेकों बार नगरपालिका को पत्र लिखा गया है कि वह यहां पर बाजार ना भरवाये परंतु उनके द्वारा किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा था जिससे हमारी संपत्ति पर कार्य कर रहे लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। जिसको देखते हुए यह पार्किंग किराया लिया गया है ताकि नगरपालिका यहां पर दुकान ना लगवाये और हमें अव्यवस्थाओं का सामना ना करना पड़े।
इनका कहना है
दूरभाष पर बताया कि हमें सूचना मिली थी कि बाजार वसूली के नाम पर उत्कर्ष सिटी में मोटरसाइकिल खड़ी करने वालों से पार्किंग वसूली की जा रही थी। जिस पर इस बात की शिकायत थाना प्रभारी को मौखिक रूप से की गई है वही नगर पालिका अमले को भेजकर की जा रही वसूली को रुकवाया गया है। वसूली करने और करवाने वालों को नोटिस जारी किया जायेगा की उनके द्वारा नगर पालिका से बिना अनुमति के कैसे पार्किंग वसूली की जा रही है।
दिशा डेहरिया
मुख्य नगरपालिका अधिकारी वारासिवनी