जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे क्षेत्रीय नेताओं ने जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है। जो जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं और सभी लोगों का जनसमर्थन अपने पक्ष में करने में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के चांगोटोला मऊ में किसान महारैली धरना प्रदर्शन के बाद पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने अब 16 जून से पूरे जिले में संपूर्ण क्रांति अभियान शुरू करने का ऐलान किया हैम जिसकी शुरुआत 16 जून से हट्टा से की जाएगीम जहां 16 से 24 जून तक परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र, तो वही 24 जून के बाद से पूरे जिले में यह अभियान किए जाने की जानकारी पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने गुरुवार को आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी।जहां उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी को भ्रष्ट पार्टी बताते हुए कमलनाथ और शिवराज सरकार की जमकर निंदा की है। तो वहीं उन्होंने कमलनाथ शिवराज को एक ही थाली का चट्टा बट्टा बताया है। जहां संपूर्ण क्रांति अभियान के माध्यम से दोनों ही सरकारों की पोल खोलने की बात पूर्व सांसद द्वारा कही गई है
हट्टा क्षेत्र से सम्पूर्ण क्रांति अभियान
पूर्व सांसद श्री मुंजारे ने बताया कि महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी, भ्रष्टाचार, अन्याय ,अत्याचार एवं गुंडाराज के खिलाफ जन आंदोलन संपूर्ण जिले में शुरू किया जा रहा है जिसकी शुरुआत हट्टा 16 जून शुक्रवार को की जाएगी जिसके बाद, समनापुर में 18 जून को ,कुमादेहि और खुरमुंडी में 20 जून को परसवाड़ा में 21 जून को, रजेगांव में 22 जून को लामता में 23 जून को ,सरेखा में 23 जून को तो वही खारा में 24 जून समय 5 बजे जनसभा का आयोजन पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें दोनों ही सरकार की पूर्व खलने का काम जनता के समक्ष किया जाएगा उन्होंने बताया कि 24 तारीख के बाद जिले के अन्य क्षेत्रों में भी संपूर्ण क्रांति अभियान चलाया जाएगा
वोट लेने के लिए अग्रिम रिश्वत दे रहे कमलनाथ शिवराज
आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने बताया कि लाडली बहना योजना चुनावी योजना है वोट लेने के लिए अग्रिम रिश्वत दी जा रही है और विधानसभा चुनाव को देखते हुए लाडली बहना योजना के हजार रुपए को बढ़ाकर 3000 कर देंगे ऐसा बोल रहे हैं। यह भ्रष्टाचार है प्रदेश में साढ़े 4 करोड़ महिलाओं में से महज एक करोड़ महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। शिवराज की तरह कमलनाथ भी बोल रहे हैं कि उनकी सरकार बनेगी तो वह 1500 रु महीना सम्मान निधि के रूप में देंगे ।यह दोनों वोटों को खरीदने का काम कर रहे हैं।यह लोग महंगाई कम कर देंगे, शिक्षा की व्यवस्था करेंगे, रोजगार देंगे इसकी बात नहीं कर रहे हैं। किसानों की बात नहीं की जा रही है लेकिन दोनों वोट खरीदने के लिए सम्मान निधि और लाडली बहना की बात कर रहे हैं।
दोनों एक ही थाली के चट्टे बट्टे, भ्रष्ट और बेईमान है
श्री मुंजारे ने बताया कि शिवराज और कमलनाथ दोनों ही एक ही थाली चट्टे बट्टे हैं। दोनों आपस में मिले हुए हैं। दोनों भ्रष्ट और बेईमान है ।मध्यप्रदेश सरकार का खजाना खाली है। दोनों कर्जा ले लेकर योजनाएं चलाने पर आमदा है। अभी बच्चों को 1 वर्षों से साइकिल नहीं मिली ,कॉपी किताबें नहीं दिए, ड्रेस भी घटिया किस्म की दी गई है जो बच्चे पहन नहीं रहे हैं।
दोनों की सरकार में हुए फर्जी एनकाउंटर दोनों ने पुलिस को दिया इनाम
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि कमलनाथ और शिवराज सरकार के समय बालाघाट जिले में फर्जी एनकाउंटर हुए हैं। शारदा, हीरालाल टेकाम,झनक सिंह धुर्वे सहित अन्य के नामों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि कई लोगों को पुलिस ने गलत तरीके से मारा है और उसे एनकाउंटर का नाम दिया है। कमलनाथ और शिवराज दोनों की सरकार ने इसके बदले पुलिस को इनाम दिया है जबकि उन्होंने जांच तक नहीं की, लोगों को इंसाफ नहीं दिया
दोनों मुख्यमंत्री पद के लायक नहीं है
श्री मुंजारे ने बताया कि रेत की नीति कमलनाथ ने बनाई थी ,कमलनाथ ने बोला था कि रेत खनन में बेरोजगारों को रोजगार देने का काम किया जाएगा। लेकिन उन्होंने जिले में एक समूह बना दिया और एक व्यक्ति को जिले के रेत घाट दे दिया ।जबकि छोटे-छोटे ठेकेदारों को कुछ नहीं मिला और एक रेत ठेकेदार ने पूरी लूट मचा दी। कमलनाथ की सरकार गिरने के बाद शिवराज सरकार आई तो उसने नियम में परिवर्तित नहीं किया। दोनों ही सरकार भ्रष्ट है बेईमान है कमलनाथ और शिवराज दोनों मुख्यमंत्री बनने के लायक नहीं है। अभी जबलपुर में प्रियंका गांधी ने 101 ब्राह्मणों के साथ नर्मदा की पूजा अर्चना की, बोली कि अगर सरकार बनेगी तो नर्मदा से रेत निकालना बंद करा देंगे। लेकिन जब सरकार कांग्रेस की थी, तब भी वहां से रेत निकलती थी। यह दोनों (कमलनाथ शिवराज) मिले हुए हैं। रेत के अवैध उत्खनन को बढ़ावा देते हैं ।उन्होंने बताया कि जब सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था,तब उस पर बहस होनी थी लेकिन उस दिन कमलनाथ संसद में नहीं थे, वह कहीं चले गए थे .इसका मतलब कि यह दोनों मिले हुए थे .और पहले से ही इनकी प्लानिंग हो चुकी थी. कमलनाथ सरकार गिरने के बाद जब शिवराज सरकार बनी तो कमलनाथ अपने बेटे के साथ शिवराज का स्वागत करने के लिए गुलदस्ता लेकर गए थे .जनता सब जान रही है ,देख रही है. यह जनता को बेवकूफ नहीं बना सकते. यह दोनों मिलकर प्रदेश की जनता को लूट रहे हैं
कमलनाथ ने हट्टा में कॉलेज खोलने की करी थी घोषणा
श्री मुंजारे ने बताया कि कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते हट्टा में कॉलेज खोलने की बात कही थी।आज 4 वर्ष हो गए हैं लेकिन आज तक कॉलेज का कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने वोट लेने के लिए जनता से झूठ बोला था। 25 वर्षों से सुन रहे हैं कमलनाथ ने बालाघाट जिले को गोद लिया है।लेकिन कमलनाथ ने आज तक बालाघाट जिले में कोई उद्योग धंधे फैक्ट्री नहीं खोली और ना ही जनता के लिए कोई काम किया है ।
खैरी फटाका कांड में मारे गए लोगों के परिजनों को नहीं मिला इंसाफ
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि वर्ष 2016 में खैरी पटाखा फैक्ट्री में विस्फ़ोट कांड हुआ था ।उस विस्फोट में करीब 3 दर्जन लोग मारे गए थे। कई लोगों के नाम तक सामने नहीं आए। वह आज तक कमलनाथ नहीं आया और ना ही शिवराज आया। दोनों ने पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात नहीं की जबकि खैरी फटाका कांड प्रशासन की लापरवाही से हुआ था। इस मामले में अधिकारियों को जेल में डालना था। लेकिन दोनों सरकारों ने कुछ नहीं किया।
दोनों वोट लेने के लिए करते हैं किसानों के कर्ज माफी की बात
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि अभी शिवराज सरकार ने किसानों का ब्याज माफ करने की बात कही है। करना है तो ब्याज नहीं कर्ज माफ करो और सभी किसानों का करो। लेकिन यह नहीं कर रहे हैं। हरदा में कृषि मंत्री के गृह क्षेत्र में 7 जून को एक किसान ने आत्महत्या कर ली। शिवराज को शर्म आनी चाहिए, किसानों का ब्याज नहीं बल्कि कर्ज माफ करना चाहिए ।उन्होंने बताया कि जबलपुर में प्रियंका गांधी वाड्रा ने बोली थी कि हमारीसरकार बनी तो किसानों का कर्ज माफ करेंगे लेकिन जब कमलनाथ की सरकार थी तब उन्होंने किसानों का कर्जा माफ नहीं किया। राहुल गांधी बोले थे कि 10 दिनों में कर्ज माफ नहीं होगा तो मुख्यमंत्री बदल देंगे। लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री को नहीं बदला। यह लोग वोट के लिए किसान मजदूर महिलाओं को ठग रहे हैं। व्यापम घोटाले की आज तक जांच नहीं हुई है। ना तो कमलनाथ सरकार ने की और ना ही किसी ने उस घोटाले के बारे में आवाज उठाई। यह सब एक दूसरे से मिले हुए हैं और जनता को ठगने का काम कर रहे हैं। हमारी मांग है कि किसानों की धान का समर्थन मूल्य 4 हजार रु प्रति क्विंटल करना चाहिए। क्योंकि डीएपी खाद 3000 रु प्रति क्विंटल में मिल रही है। और यह 2000 रु में प्रति क्विंटल में धान खरीद रहे हैं। इसके अलावा अन्य मुद्दे हैं जो जनता के समक्ष रखे जाएंगे और हर किसी वर्ग की लड़ाई लड़ने का काम संपूर्ण क्रांति अभियान के तहत किया जाएगा।