देश में कोरोना वायरस का कहर खत्म नहीं हुआ। इस महामारी के चलते लाखों लोगों ने अपने को खोया है। वहीं कई लोग बेरेजोगार हो गए हैं। इस संक्रमण के कारण युवाओं का भविष्य खतरे में आ गया है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं। वहीं प्रतियोगिता परीक्षाओं की तारीख भी लगातार आगे बढ़ रही है। इस बीच महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक हताश युवक ने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (Maharashtra Public Service Commission) की परीक्षा की तैयारी कर रहे 24 वर्षीय लड़के ने अपने घर पर सुसाइड कर लिया, क्योंकि इसे नौकरी नहीं मिल रही थी। मृतक का नाम स्वप्निल लोंकर (Swapnil Lonkar)है।
एमपीएससी को बताया माया जाल
स्वप्निल लोंकर ने एमपीएससी (MPSC) की प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन उसे अभी तक नौकरी नहीं मिली थी। इस प्रक्रिया को कोविड महामारी के बीच स्थगित कर दिया गया था। लोंकर ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसमें एमपीएससी को माया जाल बताया है। उसने लिखा है कि इसके झांसे में न पड़ो। जैसे-जैसे में बड़ा होता जा रहा हूं, बोझ बढ़ता जा रहा है। मेरा आत्मविश्वास कम हो रहा है। मुझे प्रीलिम्स परीक्षा पास किए दो साल हो चुके हैं। कर्ज बहुत हो गया है। जिसके प्राइवेट नौकरी करने भी चुकाना मुश्किल है।
कोविड नहीं होता तो जिंदगी कुछ और होती
स्वप्निल लोंकर ने नोट में लिखा है कि अगर कोविड नहीं होता तो सभी परीक्षाएं समय पर होती। जिंदगी कुछ और होती। पिछले कुछ समय से मेरे मन में निगेटिव विचार आ रहे हैं। मैं इस उम्मीद पर कायम था कि कुछ अच्छा होगा। अभी इसकी संभावना नहीं दिख रही है। मेरी आत्महत्या के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। यह मेरा अपना फैसला है, मुझे माफ कर दें। पुलिस ने आकस्मिक मौत का केस दर्ज किया है।
पिता प्रिंटिंग प्रेस के मालिक
पुलिस ने बताया कि स्वप्निल लोंकर के पिता पुणे में एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक हैं। माता-पिता काम के सिलसिले में बाहर गए थे। वहीं बहन भी घर पर नहीं थी। दोपहर में जब वह लौटी तो भाई कहीं नहीं दिखा। वह देखने के लिए कमरे में गई। जहां स्वप्निल मृत पड़ा था। उसने तुरंत घरवालों को फोन लगाया। स्वप्निल को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।