नगर मुख्यालय के समीप ग्राम गोंगलई स्थित कन्या शिक्षा परिसर में रह रही छात्राओं का प्राचार्य के खिलाफ आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा। छात्राओं द्वारा कन्या शिक्षा परिसर में स्थित छात्रावास में भोजन, साफ-सफाई सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं दिए जाने की मांग को लेकर प्राचार्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है। वही छात्राओं द्वारा कन्या शिक्षा परिसर के प्राचार्य वाय के डोंगरे के खिलाफ जमकर आरोप भी लगाए गए। गुरुवार को दूसरे दिन भी छात्राओं द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी रखते हुए रैली निकाली गई जिन्हें अधिकारियों द्वारा रैली करने से रोक दिया गया वही इसके बाद छात्राओं द्वारा ग्रामीण थाना पुलिस के माध्यम से महिला थाना में पहुंचकर अपने बयान प्राचार्य वाय के डोंगरे के खिलाफ दर्ज कराए गए।
छात्राओं ने प्राचार्य सहित प्रबंधन पर लगाया आरोप
आपको बताये कि कन्या शिक्षा परिसर गोंगलई में रह रही छात्राओं का आरोप है कि कन्या शिक्षा परिसर के छात्रावास में लड़कियों को अच्छा भोजन नहीं दिया जाता है तथा वहां साफ-सफाई भी नहीं रखी जाती जिसके कारण छात्राएं बीमार होती है। बीमार होने पर छात्राओं को सिर्फ पेरासिटामोल की गोलियां थमा दी जाती है बीमार होने पर उनका उपचार नहीं किया जाता जिसके कारण स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं होता। दूषित पानी के सेवन से उन्हें इंफेक्शन हो रहा है परिजन मिलने आते हैं तो नियमों का हवाला देते हुए मिलने नहीं दिया जाता, यहां तक की छात्राओं ने उनसे छात्रावास में कार्य कराने के लिए कहे जाने का भी आरोप लगाया।
एक दिन पूर्व भी किया गया था विरोध प्रदर्शन
छात्राओं द्वारा बुधवार की दोपहर में कन्या छात्रावास परिसर में प्राचार्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। यह जानकारी लगते ही अपर कलेक्टर शिवगोविंद मरकाम और आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त राहुल नायक भी पहुंचे थे, जिनके द्वारा छात्राओं की समस्या को सुना गया जिसके बाद छात्राओं का आक्रोश शांत हुआ था। वही रात्रि के समय में छात्राओं का स्वास्थ्य खराब होने पर करीब 3 दर्जन छात्राओं को जिला अस्पताल लाकर भर्ती किया गया था जिनकी गुरुवार की सुबह छुट्टी कर दी गई है वहीं दूसरे दिन एक छात्रा को भर्ती किया गया है जिसका इलाज जिला अस्पताल में जारी है।
छात्राओं को जाने से रोकने प्राचार्य पर छात्रावास में ताला लगाने का लगाया आरोप
गुरुवार को आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष दिनेश धुर्वे सहित अन्य पदाधिकारी कन्या शिक्षा परिसर गोंगलई पहुंचे तथा उनके द्वारा भी छात्राओं की समस्या को सुना गया। छात्राओं द्वारा बताया गया कि कुछ छात्राएं प्राचार्य के खिलाफ आंदोलन करने रैली निकालने की तैयारी में थी जिसके चलते छात्रावास में ताला लगा दिया गया था। ऐसी स्थिति में छात्राओं द्वारा स्वयं ही छात्रावास का ताला तोड़ा गया और वह भी रैली में जाने के लिए शामिल हुई। इस पर आदिवासी विकास के पदाधिकारियों द्वारा वहा के कर्मचारियों पर जमकर आक्रोश जाहिर किया गया।
महिला थाना पुलिस ने दर्ज की बयान
वही इसके बाद छात्राएं ग्रामीण थाने में पहुंचे, यहां से ग्रामीण थाना पुलिस के माध्यम से छात्राएं महिला थाने में गई। जहां महिला थाने की पुलिस द्वारा छात्राओं के बयान दर्ज कर मामले को जांच में लिया गया है।
एक शिक्षक और मैडम के भड़काने के कारण बहकावे में आकर छात्राएं यह आरोप लगा रही – प्राचार्य
वहीं दूसरी ओर कन्या शिक्षा परिसर के प्राचार्य वाय के डोंगरे का कहना है कि कन्या शिक्षा परिसर के एक शिक्षक लिल्हारे एवं हरिनखेडे मैडम द्वारा बच्चों को भड़काया जा रहा है बच्चे इनके बहकावे में आकर यह कर रहे हैं। कन्या शिक्षा परिसर में 450 बच्चों की व्यवस्था संभालना पड़ता है वहां कोई अधीक्षिका पदस्थ नहीं है आधे टीचर नहीं है, जो स्टाफ है उन्हीं के जरिए व्यवस्था बनाना पड़ता है। व्यवस्था बनाने सुबह 9:30 बजे से आकर शाम तक रहना पड़ता है तो इस पर भी आरोप लगते हैं कि सुबह से प्राचार्य वहां क्यों आते हैं। आरोप तो लोग लगाते रहते हैं, कन्या शिक्षा परिसर की एक मैडम को छात्रावास की अधीक्षिका नहीं होने की स्थिति में वहां का इंचार्ज का दायित्व संभालने कहा गया था वही इसके अलावा पूर्व में किसी विषय को लेकर मैडम की वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की गई थी इसके कारण ही छात्राओं को उनके खिलाफ भड़काने का कार्य किया जा रहा है।
छात्राओं की बातों को सुन आयुष मंत्री ने कार्यवाही का दिया आश्वासन
कन्या शिक्षा परिसर गोंगलई में छात्राओं द्वारा आंदोलन किए जाने की जानकारी लगते ही आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे गुरुवार की शाम को कन्या शिक्षा परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने छात्राओं से बात कर वहां की जो भी समस्याएं तथा व्यवस्थाएं हैं उन्हें सुना। छात्राओं द्वारा खुलकर सारी बातें प्राचार्य के खिलाफ आयुष मंत्री के समक्ष रखी गई, जिस पर आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे द्वारा इस मामले में जल्द उचित कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया गया।
उचित कार्यवाही की जाएगी – सीएसपी
वहीं इस मामले के संदर्भ में चर्चा करने पर सीएसपी अंजूल अयंक ने बताया कि कन्या शिक्षा परिसर की छात्राओं द्वारा मारपीट किए जाने की शिकायत की गई है। मुख्य रूप से उनके द्वारा प्राचार्य के खिलाफ एवं वहां की सुविधाओं के संबंध में शिकायत की गई, जिसको लेकर एसडीएम संदीप सिंह, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त राहुल नायक एवं वे स्वयं संयुक्त रूप से जाकर कन्या शिक्षा परिसर की व्यवस्थाओं का आकलन किया गया और इसकी जांच की गई। वहां की व्यवस्थाओं को संज्ञान में लेकर कलेक्टर को बताया गया है भोजन की जो शिकायत थी उसमें बदलाव कल कर दिया गया है और प्रशासनिक असुविधाये जो है उसके लिए भी कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। जहां तक छेड़छाड़ की बात है तो बच्चियों को महिला थाने में लाकर उनके कथन लिए गए, प्राचार्य को भी नोटिस जारी कर दिए हैं कथन लेने के बाद वाजिब कार्यवाही की जाएगी।