लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। नगर मुख्यालय से लगभग ८ किमी. दूर ग्राम पंचायत चिचगांव से नवेगांव पहुंच मार्ग के बीच सर्राटी नदी में बना पुलिया क्षतिग्रस्त हो चुका है । जो किसी भी समय ढह सकता है क्योंकि पुलिया जिस पिल्लर पर खड़ा है उसके नीचे की मिट्टी, कांक्रीट धीरे-धीरे जोड़ छोडऩे के साथ ही क्षतिग्रस्त होने लगी है। जल्द ही पुलिया के ऊपर से गुजर रहे ओवरलोड़ वाहनों पर प्रतिबंध नही लगाया गया और बारिश के दिनों में नदी में बाढ़ आने पर पुलिया टुटकर ढह जायेगा क्योंकि पुलिया के आजू-बाजू के साथ ही पुलिया के नीचे की मिट्टी भी धसकने लगी है एवं कुछ स्थानों पर दरारे भी आ गई है। साथ ही जिसे पता है कि पुलिया नीचे से क्षतिग्रस्त होने लगा है वे ग्रामीणजन सावधानीपूर्वक पुलिया के ऊपर से आवागमन कर रहे है परन्तु उनके मन में हर समय डर बना रहता है कि पुलिया कभी भी ढह न जाये, अगर पुलिया अचानक टुटता है तो बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता है क्योंकि इस मार्ग से चिचगांव, नवेगांव, सोनेवानी, खैरगोंदी, बोरी, बरघाट, बहियाटिुकर सहित अन्य ग्रामों के ग्रामीणजन आना-जाना करते है। वहीं पुलिया टूट जाने से ग्रामीणजनों का एक-दुसरे ग्राम से संपर्क भी टुट जायेगा जिससे ग्रामीणजनों, वन्यप्राणियों का दीदार करने जाने वाले पर्यटकों एवं स्कूल के छात्र-छात्राओं को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ग्रामीण, पर्यटक एवं राहगीरों ने चिचगांव से नवेगांव पहुंच मार्ग सर्राटी नदी में बने क्षतिग्रस्त पुलिया का जल्द नवीन निर्माण करवाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
पुलिया ढह जाने से आवागमन होगा बाधित, जिम्मेदार मौन
आपकों बता दे कि ग्राम पंचायत चिचगांव से नवेगांव, खैरगोंदी पहुंच मार्ग के बीच में सर्राटी नदी है और सर्राटी नदी पर पुलिया नही होने के कारण ग्रामीणजनों को पूर्व में आने-जाने में खासा परेशानी होती है इसलिए विगत वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ विभाग के द्वारा करोड़ों रूपयों की लागत से चिचगांव से नवेगांव, खैरगोंदी पहुंच मार्ग का डामरीकरण एवं सर्राटी नदी में पुलिया का निर्माण करवाया गया है। ताकि ग्रामीणजनों को आने-जाने में सुविधा हो सके परन्तु पुलिया का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नही होने के कारण धीरे-धीरे पुलिया नीचे से क्षतिग्रस्त हो चुका है एवं कुछ स्थानों पर दरारे भी आ गई है। साथ ही पुलिया के ऊपर से ओवरलोड़ वाहन गुजरता है तो पुलिया कंपन कर रहा है, जिससे ऐसा लगता है कि किसी भी समय पुलिया ढह (टूट) सकता है इसलिए ग्रामीणजनों ने पुलिया के ऊपर से ओवरलोड़ वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग प्रशासन से की है। जबकि यह मार्ग चिचगांव से नवेगांव, सिलेझरी, चिखलाबर्डी, सोनेवानी, बोरी, बहियाटिकुर सहित अन्य वनग्रामों को आपस में जोड़ता है और इसी मार्ग से रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक सोनेवानी वन्यप्राणी अनुभव क्षेत्र में विहार करने के लिए पहुंचते है वे भी पुलिया के क्षतिग्रस्त होने पर सोनेवानी वन्यजीव अनुभव क्षेत्र तक नहीं पहुंच पायेंगें। यदि समय रहते क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत एवं नवीन निर्माण कार्य नहीं करवाया गया तो भविष्य में बड़ी दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी हुई है और यह मार्ग बोरी के पास लालबर्रा-कटंगी हाईवे मार्ग को जोड़ती है। वहीं पुलिया क्षतिग्रस्त होने की जानकारी ग्रामीणजनों ने शासन-प्रशासन को पूर्व में दे चुके है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे ऐसा लगता है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। बरसात के पूर्व क्षतिग्रस्त हो चुके पुलिया का मरम्मत या नवीन पुलिया का निर्माण कार्य नही किया गया तो पुलिया टुट जायेगा जिससे एक दर्जन से अधिक ग्रामों का संपर्क चिचगांव व नवेगांव से टूट सकता है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणजनों एवं स्कूल, कालेज पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को लालबर्रा मुख्यालय आने-जाने में खासा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।