वर्षों से लंबित अपनी विभिन्न मांगे पूरी न होने से नगर पालिका बालाघाट में कार्यरत सफाई कर्मचारी काफी परेशान है। जिन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष और सीएमओ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उनकी इन मांगों को टालमटोल किए जाने का आरोप लगाया है। सफाई कर्मचारियों के मुताबिक शासन द्वारा 10 -15 वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को बढ़ाकर मानदेय दिए जाने के आदेश दिए गए हैं। इस आदेश को आए 03 माह हो गए बावजूद इसके भी हमे पुरानी दर से मानदेय का भुगतान किया जा रहा है।आदेश को दरकिनार कर बढ़े हुए कलेक्टर दर से मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिन्होंने नियमानुसार बढ़े हुए मानदेय का भुगतान करने, समय पर मानदेय दिए जाने, नियमानुसार 10 से 15 वर्ष सेवा अवधि पूरी कर चुके कर्मचारियों को नियमित किए जाने सहित अन्य मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई है। जिन्होंने अपनी इन मांगों को लेकर मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौपा है। जिसमें उन्होंने इन मांगों को पूरा करने के लिए नपा प्रशासन को 30 जून तक का अल्टीमेटम दिया है। जिन्होंने 30 जून तक बढ़ी हुई दर से मानदेय का भुगतान न होने पर 01 अप्रैल से कम बंद हड़ताल किए जाने की चेतावनी दी है। उक्त मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने पहुंचे कर्मचारियों में कविता मलिक, अनीता बिरिया, दुर्गा तुरकेल, रानी चौहान, रंजीता तुरकेल, दिव्या तुरकेल और लता भारद्वाज सहित अन्य सफाई कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
15 -16 वर्षो से कर रहे काम नही हो रही सुनवाई
उक्त मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे नगर पालिका सफाई कर्मचारियों ने बताया कि वेनगर पालिका परिषद बालाघाट में सफाई कर्मी के पद पर पिछले 15-16 वर्षो से कार्य कर रहे है।हमे अब तक पुरानी दर से ही वेतन मिल रहा है ।जबकि वर्तमान कलेक्टर रेट 338रु प्रतिदीन है।जिसके हिसाब से मानदेय नही मिल रहा है ।उन्होंने बताया की 10 वर्ष व 15 वर्ष से कार्य करते रहने पर अतिरिक्त राशि 1000 से 1500रु बढ़कर देने का नियम है वह भी हमे नहीं मिल रही है। हम सभी को कार्य रहते हुये 15-16 वर्ष बीत चुके है फिर भी हमे
अभी तक नियमित नही किया गया है। हमको तो सभी समय पर कार्य पर आने को कहा जाता है।
किन्तु हमें वेतन देने पर हर माह देरी होती है। हर माह 25 से 28 तारीख तक हमे वेतन प्राप्त होता है। जिससे हम काफी परेशान हैं हमारी मांग है कि हमें बढ़ी हुई कलेक्टर दर से मानदेय का भुगतान किया जाए वही हमारी वर्षों से लंबित अन्य मांगों को पूरा किया जाए इसी मांग को लेकर आज ज्ञापन सौपा गया है। यदि मांग पूरी नहीं की जाती तो मजबूरन हमें काम बंद कर आंदोलन करना पड़ेगा।
ब्याज में पैसा लेकर चला रहे काम -कर्मचारीगण
चर्चा के दौरान नपा मे कार्यरत सफाई कर्मचारियों ने बताया की नपा से अक्सर समय पर वेतन नहीं मिल पाता कभी-कभी तो दो 3 माह तक वेतन नहीं मिलता. जिससे हमें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि महंगाई का दौर है हर चीज महंगी हो चुकी है ऊपर से समय पर वेतन नहीं मिलता तो हमारी स्थिति दयनीय हो जाती है.वेतन नहीं मिलने के चलते केवल हम ही नहीं बल्कि कई कर्मचारियों द्वारा ब्याज पर कर्ज लिया गया हैं, कर्ज देने वाले भी वसूली के लिए परेशान कर रहे है. हमारी मांग है कि हमें हर महा वक्त पर पेमेंट दिया जाए ताकि हमें आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान ना होना पड़े।
कम मानदेय में गुजारा नही हो रहा है- अनिता
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान नगर पालिका सफाई कर्मचारी अनीता मंदरिया ने बताया कि नगर पालिका बालाघाट में साफ सफाई का काम करते हुए हमें 10 से 15 वर्ष हो गए हैं अब तक हमें पुरानी दर से ही मानदेय दिया जा रहा है 8,700 रु मानदेय में घर का खर्च नहीं चलता बच्चों की पढ़ाई लिखाई घर का खर्च पूरा नहीं हो पा रहा है। जबकि दो से तीन महा पूर्व शासन ने नई कलेक्टर दर लागू की है उस नई कलेक्टर दर से हमें बढ़कर मानदेय का भुगतान करना चाहिए लेकिन हमें बढ़कर मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे हम काफी परेशान हैं। इसके अलावा हमारी अन्य मांगे हैं जिसको लेकर आज हमने ज्ञापन सोपा है। यदि मांग पूरी नहीं होती तो सभी कर्मचारियों द्वारा काम बंद कर हड़ताल की जाएगी।
तो 1 अप्रैल से करेंगे काम बंद हड़ताल -कविता
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान नपा सफाई कर्मचारी कविता मलिक ने बताया कि तीन माह हो गए हमें बढाकर मानदेय दिए जाने के आदेश आए हैं। लेकिन नपा द्वारा हमें बढाकर मानदेय नहीं दिया जा रहा है। जब हम अपनी इस मांग को लेकर सीएमओ के पास गए तो उन्होंने नपा अध्यक्ष से बात करने कहा ,नपा अध्यक्ष के पास गए तो वह सीएमओ से बात करने कहती हैं तो कभी परिषद की बैठक बुलाकर निर्णय लेने कहती हैं। हमारी मांग है कि जब नियमानुसार हमें बढाकर वेतनमान दिए जाने के आदेश हुए हैं तो बढाकर वेतनमान मिलना चाहिए। हमें वर्तमान में कटकर 8,700 रु मानदेय मिलता है जबकि नियम अनुसार हमें 11,700 रु में मानदेय मिलना चाहिए इतने कम मानदेय में हमारा घर खर्च नहीं चल पा रहा है। कई बार आवेदन निवेदन किए पर हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पहले तो आचार संहिता का बहाना बताकर दो महीना खींच दिए। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद भी तरह-तरह के बहाने बता रहे है। जिसको लेकर आज हमने ज्ञापन सौपा है। यदि 30 जून तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता और इस महा बढाकर मानदेय नहीं दिया जाता, तो फिर एक अप्रैल से कम बंद हड़ताल शुरू की जाएगी।