Gwalior Railway News: ग्वालियर, । कोरोनाकाल के दौरान सामान्य यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिए जाने के कारण रेलवे को लगातार घाटा हो रहा है। अकेले झांसी मंडल को ही कोरोनाकाल के दौरान 431.50 करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ा है।
वर्ष 2019-20 के दौरान रेलवे झांसी मंडल की आय 575 करोड़ रुपये की हुई थी, लेकिन अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक रेलवे की आय मात्र 143.50 करोड़ रुपये हुई है। जनवरी माह में रेलवे को 2019-20 में 55 करोड़ की आय हुई थी, जबकि इस साल जनवरी माह में मात्र 33.95 करोड़ रुपये की आय हुई है। इसका कारण कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के दाैरान यात्री ट्रेनाें का संचालन बंद करना रहा है। अनलॉक की शुरुआत के बाद रेलवे ने स्पेशल ट्रेनाें का संचालन शुरू कर दिया है, लेकिन इसमें भी केवल आरक्षित टिकट पर ही यात्रियाें काे सफर करने की बाध्यता है। साथ ही कम संख्या में ट्रेनों को चलाए जाने से भी रेलवे काे घाटा हाे रहा है। कम ट्रेनों के कारण छोटे-छोटे स्टेशनों से मिलने वाले यात्रियों की संख्या भी काफी कम हो चुकी है।
एमएसटी बंद रेलवे को नुकसानः आगरा, मुरैना, धौलपुर, ग्वालियर, डबरा, दतिया, व झांसी स्टेशनों पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग एमएसटी पर यात्रा करते हैं। यह लाेग नाैकरी या व्यापार के चलते राेजाना अपडाउन करते हैं। इससे भी रेलवे काे खासी आय हाेती थी। वर्तमान में रेलवे ने एमएसटी भी बंद कर रखी है, जिससे भी रेलवे काे नुकसान झेलना पड़ रहा है। एमएसटी बंद हाेने से राेजाना अपडाउन करने वाले लाेगाें काे भी खासी परेशानी झेलना पड़ रही है।